22 जून की आधी रात पहले दादी फिर दादा को उतारा मौत के घाट

बदायूं दादा

By JagranEdited By: Publish:Tue, 28 Jun 2022 01:23 AM (IST) Updated:Tue, 28 Jun 2022 01:23 AM (IST)
22 जून की आधी रात पहले दादी फिर दादा को उतारा मौत के घाट
22 जून की आधी रात पहले दादी फिर दादा को उतारा मौत के घाट

22 जून की आधी रात पहले दादी फिर दादा को उतारा मौत के घाट

बदायूं : दादा और दादी की हत्या करने वाले नाती ने जिस रात वारदात को अंजाम दिया, उस रात वह दादी के साथ ही सोया था। रुपये न मिलने से चिढ़ा बैठा नाती आधी रात में उठा और उसने पहले दादी की साड़ी से ही उनका गला घोट दिया, इसके बाद उसने अपने घर जाकर बाबा के सिर में ईंटों से प्रहार कर उनकी भी जान ले ली। पुलिस की गिरफ्त में आने के बाद आरोपित ने अपना गुनाह कुबूल किया। पुलिस ने उसकी निशानदेही पर हत्या में प्रयुक्त साड़ी और ईंट भी बरामद कर ली।

थाना फैजगंज बेहटा के गांव दांवरी में 25 जून को दो घरों से बदबू आने पर पुलिस को सूचना दी गई थी। पुलिस गांव पहुंची तो पता चला कि दोनों घर प्रेमशंकर के हैं। एक उनका पुश्तैनी घर था और दूसरा घर उनके बेटे रामपाल का था। दोनों घरों से बदबू आने की सूचना उनके मझले बेटे गेंदनलाल ने दी थी। पुलिस दरवाजा खोलकर देखा तो पता चला कि एक घर में खुद प्रेमशंकर मृत अवस्था में है और दूसरे में उनकी पत्नी भगवानदेई मृत पड़ी हैं। प्रेमशंकर के सिर से खून आ रहा था, जिससे आशंका जताई गई कि उनके सिर में भारी वस्तु मारकर हत्या की गई है। इस मामले में प्रेमशंकर के पुत्र गेंदनलाल ने गांव वालों के बताए अनुसार अपने बड़े भाई रामपाल के बेटे हेमेश पर हत्या करने का शक जताते हुए तहरीर पुलिस को दी थी। जिस पर हत्या का मुकदमा दर्ज कर उसकी तलाश शुरू की गई। इस मामले में एसएसपी डा. ओपी सिंह ने एसपी देहात सिद्धार्थ वर्मा के निर्देशन में सीओ बिसौली ओजस्वी चावला के नेतृत्व में दो टीमें बनाई। इसमें एक टीम को थानाध्यक्ष फैजगंज बेहटा व दूसरी टीम को बिसौली प्रभारी निरीक्षक विजेंद्र सिंह लीड कर रहे थे। पुलिस ने आनन फानन आरोपित हेमेश को उसके पिता की मदद से गिरफ्तार कर लिया। उसने अपना गुनाह कुबूल किया और पुलिस को बताया कि वह दादा दादी से पैसे लेने गया था, लेकिन उन्होंने उलाहना दिया और पैसे देने से इन्कार कर दिया। इसके अलावा पहले से भी वह देानों से नाराज था। इसके चलते उनकी हत्या कर दी। सोमवार को पुलिस ने आरोपित हेमेश को सीजेएम कोर्ट में पेश किया गया। जहां से सीजेएम नवनीत कुमार भारती ने आरोपित को जेल भेज दिया।

गुमराह करने को लौट गया था दिल्ली

एसपी देहात सिद्धार्थ वर्मा ने बताया कि आरोपित हेमेश 19 जून को गांव दांवरी आया था। लेकिन लोगों को गुमराह करने के लिए वह उसी दिन लौट गया। इसके बाद वह 22 जून की शाम को गांव पहुंचा। उसे लगा कि कोई उसे देख नहीं सका, लेकिन गांव के कई लोगों ने उसे आते जाते देख लिया था। हत्या करने के बाद अगले दिन ही वह दिल्ली के लिए निकला, लेकिन अपनी ससुराल में रुक गया। जहां से पुलिस ने उसे गिरफ्तार किया।

चरस और शराब का आदी था

सीओ बिसौली ओजस्वी चावला ने बताया कि आरोपित हेमेश चरस और शराब का आदी था। इसके अलावा भी उसे कई लत लगी थी। वह दिल्ली की एक जींस बनाने वाली कंपनी में काम करता था। लेकिन आदतों के चलते वहां से निकाल दिया गया। इसके बाद से ही वह दादा और दादी के पीछे पड़ा था। वह कई बार उसे रुपये दे चुके थे। लेकिन इस बार न देने पर उसने उनकी हत्या कर दी।

वर्जन

बुजुर्ग दंपती की हत्या उसके ही नाती ने की थी। पुलिस ने उसे गिरफ्तार किया तो उसने अपना गुनाह कुबूल किया। उसने पैसे न मिलने के चलते हत्या की थी। साथ ही उसकी निशानदेही पर हत्या में प्रयुक्त साड़ी और ईंट बरामद कर ली गई है। आरोपित को जेल भेज दिया गया है। - डा. ओपी सिंह, एसएसपी

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