गेहूं खरीद केंद्रों पर मची अंधेरगर्दी

बदायूं : किसानों को उनकी उपज का उचित मूल्य दिलाने के लिए प्रदेश सरकार सख्ती बरत रही है, लेकिन यहां ज

By JagranEdited By: Publish:Fri, 28 Apr 2017 11:20 PM (IST) Updated:Fri, 28 Apr 2017 11:20 PM (IST)
गेहूं खरीद केंद्रों पर मची अंधेरगर्दी
गेहूं खरीद केंद्रों पर मची अंधेरगर्दी

बदायूं : किसानों को उनकी उपज का उचित मूल्य दिलाने के लिए प्रदेश सरकार सख्ती बरत रही है, लेकिन यहां जिले में गेहूं खरीद केंद्रों पर लूट खसोट मची हुई है। दावा तो किया जा रहा है कि अधिकारी छापामारी कर रहे हैं, लेकिन बिना सुविधा शुल्क दिए किसानों का गेहूं नहीं तौला जा रहा है। शासन के नियम के अनुसार दस रुपये ¨क्वटल किसान को देना है, जो भुगतान के साथ वापस मिल रहा है, लेकिन सेंटरों पर किसानों से 50 से लेकर 70 रुपये प्रति कुंतल तक की मांग की जा रही है। जो सुविधा शुल्क नहीं दे रहा है, उसका गेहूं नहीं तौला जा रहा है।

शहर के वरिष्ठ चिकित्सक डा.भाष्कर शर्मा का गांव वजीरगंज क्षेत्र में है। वह अपना गेहूं तौल कराने के लिए वजीरगंज स्थित क्रय केंद्र पर ले गए थे। सुबह से लेकर शाम तक वह लाइन में लगे रहे, लेकिन उनका गेहूं नहीं तौला गया। केंद्र पर 50 रुपये प्रति ¨क्वटल की मांग की जा रही थी। उन्होंने प्रशासनिक अधिकारियों से मोबाइल पर शिकायत भी की, लेकिन कार्रवाई के नाम पर कुछ नहीं हुआ। गेहूं लेकर सेंटर पर ही रात गुजारनी पड़ी। यह एक उदाहरण है, इसी तरह सभी क्रय केंद्रों पर किसानों को परेशान किया जा रहा है। जिला प्रशासन का दावा है कि छोटे किसानों को तरजीह देने की हिदायत दी गई है, लेकिन हकीकत कुछ और ही निकल कर आ रही है। मूसाझाग क्षेत्र के तीन क्रय केंद्र हैं। इन केंद्रों पर भी किसानों से 50 से 70 रुपये कुंतल की डिमांड की जा रही है। जो किसान नकद में दे रहे हैं उनका गेहूं तो तौल लिया जा रहा है, लेकिन जो नहीं दे पा रहे हैं, उन्हें नियम कानून सिखाया जा रहा है। गेहूं खरीद के नोडल अधिकारी एडीएम वित्त एवं राजस्व हवलदार यादव का कहना है कि सभी एसडीएम और तहसीलदारों को औचक निरीक्षण के निर्देश दिए गए हैं, जहां भी गड़बड़ी मिलती है कठोर कार्रवाई की जाएगी।

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