यहां गरीबों को इलाज नहीं मिलती है दुत्कार
बदायूं : बुधवार को जिला अस्पताल की इमरजेंसी में एक बच्ची डेढ़ घंटे तक बुखार से तपती पड़ी रही लेकिन म
बदायूं : बुधवार को जिला अस्पताल की इमरजेंसी में एक बच्ची डेढ़ घंटे तक बुखार से तपती पड़ी रही लेकिन मौके पर मौजूद ईएमओ ने देखने से इन्कार कर दिया। डॉक्टर के इस जवाब से आहत मां सीएमएस डॉ. प्रवीणा माहेश्वरी के पास पहुंची और बेटी का इलाज कराने की बात कही। तब उन्होंने एक कर्मचारी को भेजा इसके बाद लड़की का इलाज शुरू हो सका।
सुबह करीब 10 बजे कादरचौक क्षेत्र के एक गांव की महिला अपनी 12 वर्षीय बेटी निशा को लेकर जिला अस्पताल पहुंची। निशा तेज बुखार से तप रही थी और उसे उल्टियां भी हो रही थीं। निशा की मां इमरजेंसी में तैनात डॉक्टर कप्तान ¨सह के पास पहुंची। लेकिन उन्होंने रोगी को देखने से इन्कार कर दिया। इमरजेंसी से बाहर खड़ी बीमार लड़की गश खाकर फर्श पर गिर पड़ी। इसके बाद भी वहां मौजूद डॉक्टर को रहम नहीं आया। जबकि उसकी मां डॉक्टर से लगातार बेटी के इलाज की गुहार लगाती रही। जब डॉक्टर ने ध्यान नहीं दिया तो वह सीएमएस के पास पहुंची और अपनी व्यथा सुनाई। इसके बाद सीएमएस ने एक कर्मचारी को डाक्टर के पास भेजा और सीएमएस के फरमान को बताया। इसके बाद भी डॉक्टर ने निशा को कायदे से नहीं देखा। यह स्थिति तब है जब कुछ दिन पहले जिला अस्पताल पहुंचे विधायक महेश चंद्र गुप्ता ने डॉक्टरों को कर्तव्यनिष्ठा का पाठ पढ़ाया था। इसके बाद भी यहां के हालात नहीं सुधर रहे हैं। सीएमएस का कहना है कि लड़की का इलाज किया गया है। उसकी तबियत सही है।