चुनाव न कराने पर विद्यालयों की मान्यता होगी निरस्त

आजमगढ़ जनपद में उप्र माध्यमिक शिक्षा परिषद द्वारा संचालित 612 वित्तविहीन विद्यालयों की प्रबंध समिति का चुनाव नहीं कराया है। ऐसे में इन विद्यालयों की मान्यता जहां निरस्त होगी वहीं बोर्ड परीक्षा में परीक्षा केंद्र भी नहीं बन पाएंगे। यह प्रबंध समिति कालातीत (टाइम बांड) हो चुकी हैं। ऐसे में इस तरह के वित्तविहीन विद्यालय परीक्षा केंद्र बनने की होड़ से बाहर हो सकते हैं।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 08 Sep 2019 06:16 PM (IST) Updated:Sun, 08 Sep 2019 06:28 PM (IST)
चुनाव न कराने पर विद्यालयों की मान्यता होगी निरस्त
चुनाव न कराने पर विद्यालयों की मान्यता होगी निरस्त

जागरण संवाददाता, आजमगढ़ : जनपद में उप्र माध्यमिक शिक्षा परिषद द्वारा संचालित 612 वित्तविहीन विद्यालयों की प्रबंध समिति का चुनाव नहीं कराया है। ऐसे में इन विद्यालयों की मान्यता जहां निरस्त होगी वहीं बोर्ड परीक्षा में केंद्र भी नहीं बन पाएंगे। यह प्रबंध समिति कालातीत (टाइम बांड) हो चुकी हैं। ऐसे में इस तरह के वित्तविहीन विद्यालय परीक्षा केंद्र बनने की होड़ से बाहर हो सकते हैं।

जनपद में कुल 732 माध्यमिक विद्यालय संचालित हैं। इसमें 120 विद्यालय वित्तपोषित हैं। इसके अलावा 612 विद्यालय वित्तविहीन हैं। विभाग की मानें तो वर्ष 2012-13 में इन लोगों ने अपने प्रबंध समिति का चुनाव कराया था। उसके बाद से किसी भी वित्तविहीन विद्यालय ने प्रबंध समिति का चुनाव कराया ही नहीं। यह विद्यालय चिट फंड सोसाइटी में अपने सेासाइटी का केवल नवीनीकरण करा लेते हैं। विभाग के वरिष्ठ बाबू अवधेश की मानें तो सोसाइटी का नवीनीकरण कराना ही चुनाव नहीं है जब तक कि प्रबंध समिति का रजिस्ट्रेशन नहीं हो जाता। विभाग के पर्यवेक्षक व चुनाव अधिकारी जब तक चुनाव नहीं कराते हैं, जब तक प्रक्रिया पूरी नहीं होती है। ऐसे में वित्तविहीन विद्यालय गफलत में हैं। वह शीघ्र अपने-अपने विद्यालयों के प्रबंध समिति का चुनाव करा लें नहीं तो बोर्ड परीक्षा में शामिल भी नहीं हो सकते हैं। सभी वित्तविहीन विद्यालयों को बैठक आयोजित कर जानकारी दी जा चुकी है। यह भी निर्देश दिया गया है कि वह तत्काल अपने-अपने विद्यालय के प्रबंध समिति का चुनाव कराकर उनके कार्यालय में सूची जारी कर दें। अगर ऐसा नहीं करते हैं तो उनके विरुद्ध कार्रवाई भी हो सकती है। विद्यालयों के मान्यता प्रत्याहरण की कार्रवाई जल्द ही शुरू की जाएगी।

डा. वीके शर्मा, जिला विद्यालय निरीक्षक

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