घाघरा ने दो और परिवारों को किया बेघर

जागरण संवाददाता, सगड़ी (आजमगढ़) : देवारा में घाघरा नदी के जलस्तर में लगातार उतार-चढ़ाव चल रहा है। बनब

By JagranEdited By: Publish:Sat, 22 Jul 2017 01:00 AM (IST) Updated:Sat, 22 Jul 2017 01:00 AM (IST)
घाघरा ने दो और परिवारों को किया बेघर
घाघरा ने दो और परिवारों को किया बेघर

जागरण संवाददाता, सगड़ी (आजमगढ़) : देवारा में घाघरा नदी के जलस्तर में लगातार उतार-चढ़ाव चल रहा है। बनबसा बैराज से एक लाख क्यूसेक पानी छोड़े जाने से गुरुवार को छह सेमी की बढ़ोतरी दर्ज की गई थी।जबकि शुक्रवार को नदी 10 सेमी घट गई। उधर, मुराली का पुरवा के अलावा अन्य आधा दर्जन गांवों के पास तेजी से कटान हो रही है। तेजी से खेती की जमीन धारा में समाती जा रही है तो मुराली का पुरवा का अस्तित्व समाप्त करने पर घाघरा नदी तुली है। रामाश्रय और राम सागर की रिहाइशी मड़ई नदी की धारा में विलीन हो गई। इस प्रकार अब तक कुल 15 लोग बेघर हो गए।

गुरुवार की शाम चार बजे मुख्य माप स्थल बदरहुआ नाला पर खतरा ¨बदु 71.68 मीटर के नीचे जलस्तर 71.46 मीटर पर रहा। जबकि शुक्रवार की सुबह आठ बजे तक 10 सेमी घट कर 71.36 मीटर पर आ गया। न्यूनतम गेज स्थल डिघिया नाला पर गुरुवार की शाम चार बजे जलस्तर खतरा निशान 70.40 मीटर के ऊपर 70.45 रहा तो शुक्रवार की सुबह आठ बजे 70.34 मीटर पर हो गया। घटते जलस्तर से घाघरा नदी के तटवर्ती गांव मुराली का पुरवा सहित आधा दर्जन गांव में कटान तेज हो गई है। इससे लगभग 70 बीघा उपजाऊ जमीन नदी की धारा में विलीन हो गई। अब तक कुल 15 लोगों के आशियाने नदी में विलीन हो चुके हैं तो शेष पर खतरा मडरा रहा है। इस्माइलपुर, आराजी देवारा करखिया, सोनौरा, मुखलिस पट्टी, भदौरा, तालुका, नैनीजोर, मानिकपुर, अजगरा मसर्की, सहबदिया सुल्तानपुर, परसिया, महुला, दाम महुला, देवरा कदीम सहित कई गांवों में खेती प्रभावित हुई है वहीं पशुओं के चारे का भी संकट उत्पन्न हो गया है ।

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