स्कूलों की मान्यता का फर्जीबाड़ा होगा बेनकाब

जागरण संवाददाता, औरैया : प्राइमरी की मान्यता हासिल कर जूनियर और माध्यमिक तक की कक्षाएं

By JagranEdited By: Publish:Wed, 09 May 2018 06:44 PM (IST) Updated:Wed, 09 May 2018 06:44 PM (IST)
स्कूलों की मान्यता का 
फर्जीबाड़ा होगा बेनकाब
स्कूलों की मान्यता का फर्जीबाड़ा होगा बेनकाब

जागरण संवाददाता, औरैया :

प्राइमरी की मान्यता हासिल कर जूनियर और माध्यमिक तक की कक्षाएं संचालित कर रहे स्कूल बेसिक शिक्षा परिषद की रडार पर हैं। ऐसे स्कूलों को बंद करने के साथ इन पर शिकंजा कसने के लिए एनआइसी वेबसाइट का सहारा लिया जाएगा। इसमें राजकीय व एडिड को छोड़ सभी स्कूल अपना ब्यौरा वेबसाइट पर अपलोड किया जाएगा। इसके बाद उनका सत्यापन खंड शिक्षा अधिकारी करेंगे।

मान्य व अमान्य विद्यालयों को लेकर अक्सर अभिभावकों में भ्रम की स्थिति बनी रहती है। खासतौर पर दाखिले के समय यह दिक्कत होती है। पढ़ाई और सुविधाओं के साथ बजट को ध्यान में रखते हुए अभिभावक अपने बच्चे का दाखिला करा देते हैं। स्कूल की सच्चाई का पता जब उन्हें लगता है। तब तक काफी देर हो चुकी होती है। वहीं ऐसे फर्जी स्कूल बंद कराने में इनकी पहचान मेनुअल तरीके से नहीं हो पाती है। इन तमाम दिक्कतों और फर्जीबाड़े के खेल को रोकने के लिए मान्यता प्राप्त विद्यालयों की सूची एनआइसी की वेबसाइड पर अपलोड कराने के बेसिक शिक्षा निदेशक ने निर्देश जारी किए हैं। इसके साथ ही जो अमान्य स्कूल बंद हो जाएंगे। उन्हें वेबसाइट द्वारा ही ब्लैक लिस्टिड सूची में डाल दिया जाएगा। इसके साथ ही स्कूल संचालकों को नोटिस देते हुए उसे भी शिक्षा विभाग सार्वजनिक करेगा। यह सब करने की जिम्मेदारी खंड शिक्षा अधिकारियों की होगी। जूनियर हाईस्कूल पर भी फोकस

सबसे ज्यादा फर्जीबाड़ा जूनियर हाईस्कूल में देखने को मिलता है। यहां कक्षा छह से आठ तक की पढ़ाई करते हुए हाईस्कूल व इंटर के छात्र-छात्राओं के दाखिले कर लिए जाते हैं। नामांकन व बोर्ड परीक्षा आवेदन फार्म के लिए दूसरे स्कूलों से उनका फार्म अतिरिक्त फीस वसूलते हुए भरवाया जाता है। स्कूल स्तर पर होने वाली पढ़ाई से दूर रखते हुए उन्हें प्रेक्टिकल व बोर्ड परीक्षा में सीधा बुलाया जाता है। इन स्कूलों को भी कार्रवाई की जद में लिए जाने की तैयारी चल रही है। क्या कहते हैं जिम्मेदार

जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी एसपी यादव ने बताया कि बेसिक शिक्षा निदेशक ने निर्देश दिए थे कि इसके लिए जनपद से अमान्य स्कूलों की सूची बना ली गई है। जल्द ही यह सूची एनआइसी की वेबसाइट पर अपलोड कर दी जाएगी। इसके साथ ही मान्यता प्राप्त विद्यालयों की सूची भी अपलोड की जाएगी। इसके बाद भी यदि कोई विद्यालय अमान्य चलता हुआ पाया जाता है तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

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