कुलावा समिति की कागजी कार्रवाई से ग्रामीणों में आक्रोश

संवादसूत्र, बेला: शासन द्वारा किसानों के हित में सुगमता पूर्वक खेतों की ¨सचाई के लिए जल उपभोक्त

By JagranEdited By: Publish:Thu, 25 Oct 2018 07:14 PM (IST) Updated:Thu, 25 Oct 2018 07:14 PM (IST)
कुलावा समिति की कागजी कार्रवाई से ग्रामीणों में आक्रोश
कुलावा समिति की कागजी कार्रवाई से ग्रामीणों में आक्रोश

संवादसूत्र, बेला: शासन द्वारा किसानों के हित में सुगमता पूर्वक खेतों की ¨सचाई के लिए जल उपभोक्ता समिति का गठन किया जा रहा है। जबकि वास्तव में किसानों को इसकी जानकारी तक नहीं हैं। जिम्मेदार अधिकारी कार्यालय में बैठकर सिर्फ कागजी कार्रवाई कर कर्तव्य की इतिश्री करने में लगे हुए है। ग्रामीणों ने डीएम से इसकी जांच कराने की मांग की है। शासन द्वारा विश्व बैंक से पोषित एक कल्याणकारी योजना किसानों के हित मे चलाई जा रही है। योजना के अंतर्गत जल उपभोक्ता समिति का गठन किया जाना है। गुरुवार को बेला स्थित ¨सचाई विभाग के निरीक्षण भवन हरदू में कुलावा समिति के नामांकन पत्रों की जांच अधिशाषी अभियंता वीरेंद्र ¨सह की देखरेख में हुई। शुक्रवार को प्रतिभागी किसानों को चुनाव चिन्ह का आवंटन कर 14 नवम्बर को चुनाव प्रक्रिया पूरी कराई जानी हैं। लेकिन हैरत वाली बात यह है कि सींचपालो के द्वारा गांवों में जाकर न तो योजना के बारे में किसानों को जानकारी दी गयी और न ही नामांकन पत्र भरवाए गए। कंसुआ रजवाहा से बेला, बर्रुकुलासर, सिरयावा, करौली व जौहर माइनर निकलते है इस रजवाहे पर कुल 69 कुलावे है। ग्रामीण मनोज कुमार, लल्लू ¨सह, ओम प्रकाश, राम पाल ¨सह, हरनाम ¨सह, वेदप्रकाश ने बताया कि अब कुलावे तो कहीं-कहीं देखने को भी नही मिलते हैं। किसान प¨म्पग सेट लगाकर खेतों पर फसलों की ¨सचाई करते है। कुलावे की नालियां तक ध्वस्त हो चुकी है। किसानों ने बताया कि शासन की योजनाओं का विभागीय अधिकारी सही तरीके से क्रियान्वयन न कर सरकारी धन का बंदरबांट कर लेते हैं। निरीक्षण भवन हरदू में नामांकन पत्रों की जांच के दौरान अवर अभियंता सुनील ¨सह, रमाकांत, सुरेंद्र कुमार पांडेय मौजूद रहे। अधिशासी अभियंता वीरेंद्र ¨सह ने बताया कि सींचपालों के द्वारा फर्जी नामांकन पत्र भरवाने की शिकायत की जांच कराई जाएगी ।

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