ड्रिप व स्प्रिंगलर की ¨सचाई से हो रहे फायदे

जागरण संवाददाता, औरैया: प्रधानमंत्री कृषि ¨सचाई योजना के अंतर्गत जिले माइक्रो एरीकंशन योजना क

By JagranEdited By: Publish:Wed, 16 Jan 2019 06:20 PM (IST) Updated:Wed, 16 Jan 2019 06:20 PM (IST)
ड्रिप व स्प्रिंगलर की ¨सचाई से हो रहे फायदे
ड्रिप व स्प्रिंगलर की ¨सचाई से हो रहे फायदे

जागरण संवाददाता, औरैया: प्रधानमंत्री कृषि ¨सचाई योजना के अंतर्गत जिले माइक्रो एरीकंशन योजना के तहत ड्रिप व स्प्रिंगलर में भारी भरकम अनुदान लक्ष्य दिया था। जिसे उद्यान विभाग द्वारा दस माह में ही 90 फीसद से अधिक पूरा कर लिया गया। किसान इसका प्रयोग कर आमदनी बढ़ा चुके हैं। इसका प्रयोग सब्जी सहित अन्य फसलों की खेती में किया जा रहा है। पहली बार जिले में ऐसे आधुनिक उपकरणों से किसान खेती कर रहे हैं। विभाग द्वारा भी ऐसे किसानों को लगातार प्रोत्साहित किया जा रहा है। शासन की मंशा है कि कैसे भी किसानों की आय दो गुनी हो। लगातार कृषि विभाग के माध्यम से नई योजनाएं किसानों तक पहुंचाने का प्रयास किया जा रहा है। कुछ ही समय पूर्व प्रधानमंत्री कृषि ¨सचाई योजना के तहत'वन ड्राप मोर क्रॉप'से जिला उद्यान विभाग के माध्यम से किसानों को ड्रिप व स्प्रिंगलर (फौव्वारा ¨सचाई) के उपकरण दिए गए हैं। इनसेट

300 हेक्टेअर का था लक्ष्य

इस योजना के तहत पहली बार किसान ऐसे आधुनिक उपकरणों का प्रयोग कर रहे हैं। शासन द्वारा जिला उद्यान विभाग को जनपद में करीब 300 हेक्टेअर का लक्ष्य दिया गया था। जिसमें ड्रिप का 80 व स्प्रिंगलर का 220 हेक्टेअर का लक्ष्य था। जिसको 90 फीसद पूरा कर लिया गया है। इनसेट

80 से 90 फीसद का है अनुदान

जिला उद्यान अधिकारी की मानें तो जिले के लघु व सीमांत किसानों के लिए 90 फीसद का अनुदान तय किया गया है। वही सामान्य किसानों के लिए 80 फीसद अनुदान दिया जा रहा है। योजना का लाभ उठा कर किसान अब आधुनिक खेती कर रहे हैं। इनसेट

क्या हैं लाभ

ड्रिप व स्प्रिंगलर से मिलने वाले लाभ

- मृदा की गुणवत्ता में सुधार होता है।

- खेतों में अनावश्यक खरपतवार नहीं उग पाते हैं।

- खेत मे निराई व गुड़ाई का खर्च बचता है।

- पानी की करीब 50 फीसद बचत होती है।

- 20 फीसद उपज में वृद्धि होती है।

- ¨सचाई के साथ उर्वरक का प्रयोग किया जा सकता है।

- ऊबड़-खाबड़ व असमतल भूमि पर इसका प्रयोग किया जा सकता है। क्या कहते हैं जिम्मेदार

-इस उपकरण से सब्जी उद्यान सहित गेहूं की फसल की जा सकती है। जिले में काफी संख्या में किसानों ने योजना का लाभ पहले आओ पहले पाओ के आधार पर लिया है। बचा हुआ लक्ष्य भी जल्द पूरा किया जाएगा।- अनूप कुमार चतुर्वेदी, जिला उद्यान अधिकारी

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