अस्पतालों में वायरल फीवर, अस्थमा व डायरिया के मरीजों की भरमार
जागरण संवाददाता अमरोहा जिलेभर में वायरल फीवर अस्थमा डायरिया ने पांव पसार रखे हैं। जिससे सरकारी अस्पताल मरीजों से अटे हुए हैं। वायरल फीवर निमोनिया में बदल रहा है। मरीजों को हफ्तों राहत नहीं मिल रही है। चिकित्सकों ने लोगों से अपने घरों में साफ-सफाई बाहर की खुली चीजें खाने से परहेज करने की सलाह दी है।
अमरोहा : जिलेभर में वायरल फीवर, अस्थमा, डायरिया ने पांव पसार रखे हैं। जिससे सरकारी अस्पताल मरीजों से अटे हुए हैं। वायरल फीवर निमोनिया में बदल रहा है। मरीजों को हफ्तों राहत नहीं मिल रही है। चिकित्सकों ने लोगों से अपने घरों में साफ-सफाई, बाहर की खुली चीजें खाने से परहेज करने की सलाह दी है। जनपद में लोगों को टाइफाइड, डायरिया, खांसी-बुखार से अभी निजात भी नहीं मिल पाई थी कि बारिश के मौसम में वायरल फीवर, अस्थमा ने भी पूरी तरह पांव पसार लिए हैं। मौजूदा हालात यह है कि सरकारी अस्पताल इन्हीं रोगों से पीड़ित मरीजों से अटे हुए हैं। नगर के सीएचसी प्रभारी डॉ. उमर फारूख का कहना है कि क्षेत्र में डायरिया, खांस, बुखार, अस्थमा और वायरल फीवर के मरीजों की संख्या बढ़ी है। रोजाना लगभग 700 से 800 मरीज इन्हीं रोगों से पीड़ित आते हैं। वहीं जिला अस्पताल के चिकित्सक डॉ. विनय भार्गव का कहना है कि वायरल फीवर का सीजन चल रहा है। जिसमें वायरल फीवर धीरे-धीरे निमोनिया में परिवर्तित हो रहा है। जिसमें मरीज के सिर में तेज दर्द, दर्द के साथ उल्टी आती है। अस्थमा और दस्त के रोगियों की संख्या भी बढ़ रही है। वहीं डिडौली की मरीज रुकसाना ने बताया कि मैं पांच दिन से वार्ड में भर्ती हूं। मुझे वायरल फीवर है। वहीं दानिशमंदान के शाहवेज आलम ने बताया कि आठ दिन से वायरल फीवर की शिकायत है। दवा बराबर चल रही है, लेकिन कोई राहत नहीं मिल रही है। वहीं अदीवा का कहना है कि घर में सारे बच्चे वायरल फीवर, डायरिया से पीड़ित हैं। एक सही नहीं होता, दूसरा बीमार हो जाता है। यह बरतें सावधानियां
डॉ. विनय भार्गव ने बताया कि अचानक मौसम परिवर्तन भी बीमारियों की जड़ है। अचानक गर्मी, गर्मी के बाद बारिश से वायरल फीवर, अस्थमा, दस्त जैसी शिकायतें बढ़ी है। इन बीमारियों से बचने के लिए घर के आसपास साफ-सफाई रखे, बासी भोजन और बाजार से खुली चीजें खरीदकर खाने से परहेज करें।