सीबीआइ करेगी एसबीआइ में ऋण घोटाला की जांच
अमरोहा स्टेट बैंक की मुख्य शाखा में हुए आठ करोड़ रुपए के ऋण घोटाला की जांच अब सीबीआइ करेगी।
अमरोहा : स्टेट बैंक की मुख्य शाखा में हुए आठ करोड़ रुपए के ऋण घोटाला की जांच अब सीबीआइ करेगी। बैंक अफसरों ने पुलिस से इस मामले में सीबीआइ जांच कराने की सिफारिश की है। इस मामले में आरोपित फील्ड आफिसर को जेल भेजा जा चुका है। अमरोहा पुलिस ने बैंक अधिकारियों से घोटाला से संबंधित दस्तावेज उपलब्ध कराने को कहा है। ताकि सारे प्रकरण की जांच सीबीआइ से कराने की संस्तुति की जा सके।
यह घोटाला अमरोहा नगर में स्थित स्टेट बैंक की मुख्य शाखा में वर्ष 2015 से 2017 के बीच हुआ था। जनपद बिजनौर के थाना शेरपुर के गांव पुट्ठा निवासी सतेंद्र कुमार इस मुख्य शाखा में फील्ड आफिसर के पद पर तैनात थे। आरोप है कि वर्ष 2015 से 2017 तक उन्होंने किसानों को ऋण बांटने में फर्जीवाड़ा किया। ऋण मंजूर होने पर किसी किसान के खाते में आधी रकम पहुंची तो किसी के खाते में रकम पहुंची ही नहीं थी। जबकि कई अपात्रों के खाते में भी ऋण मंजूर कर धनराशि भेज दी गई।
इस ऋण घोटाले का पर्दाफाश वर्ष 2018 में हुआ था। इसमें पहले लगभग डेढ़ करोड़ रुपये के गबन का मामला सामने आया था। तत्कालीन शाखा प्रबंधक कमला प्रसाद ने फील्ड आफिसर सतेंद्र कुमार के विरुद्ध नगर कोतवाली में रिपोर्ट दर्ज कराई। पुलिस ने मामले की विवेचना की तो यह घोटाला लगभग आठ करोड़ रुपये के करीब सामने आया। पुलिस ने आरोपित फील्ड आफिसर को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था।
नगर कोतवाली पुलिस इस मामले में आरोप पत्र दाखिल कर चुकी है। जबकि अभी बैंक मुख्यालय विभागीय जांच कर रहा था। इसमें अन्य कर्मियों की भूमिका की जांच की जा रही है। अब बैंक अधिकारी इस मामले में सीबीआइ जांच कराने की तैयारी कर रहे हैं। इस संबंध में एसबीआइ के शाखा प्रबंधक अनुराग यादव एएसपी अजय प्रताप सिंह से मिले तथा सीबीआइ जांच की मांग की।
एएसपी ने बताया कि गबन की धनराशि तीन करोड़ से अधिक है तो उस मामले की जांच सीबीआइ करती है। फिलहाल बैंक अधिकारियों से घोटाला संबंधी दस्तावेज मांगे गए हैं। इसके बाद सीबीआइ जांच के लिए संस्तुति कर दी जाएगी।