जनाबे अब्बास की शहादत पर मातम का जुलूस

अमेठी : क्षेत्र के भनौली गाव में अलमदारे हुसैनी इमाम हुसैन के भाई हजरत अब्बास अलम ए फ ातहे की श्

By JagranEdited By: Publish:Wed, 19 Sep 2018 11:37 PM (IST) Updated:Wed, 19 Sep 2018 11:37 PM (IST)
जनाबे अब्बास की शहादत पर मातम का जुलूस
जनाबे अब्बास की शहादत पर मातम का जुलूस

अमेठी : क्षेत्र के भनौली गाव में अलमदारे हुसैनी इमाम हुसैन के भाई हजरत अब्बास अलम ए फ ातहे की शहादत में मातम किया गया। बुधवार को बड़ा इमाम बारगाह अलमदारे का जुलूस बड़े निकाला गया। हुसैनी-इमाम हुसैन के भाई हजरत अब्बास का अलम-ए-फ ातहे बड़ा इमाम बारगाह भनौली सादात से निकाला गया। जुलूस में मासूम बच्चे और औरतें अलम की जियारत कर इमाम को पुरसा दे रही थी। फि जा में अजादारों के रोने की सिसकिया माहौल को गमगीन किये थी।

जुलूस बड़े इमाम बारगाह से निकल कर दरगाह-ए-आलिया हजरत अबुल फ जलिल अब्बास पर रूका। मौलाना अमीर हसन ने मजलिस को खिताब किया। फि र जुलूस बड़े इमाम बारगाह से निकल कर जामा मस्जिद इमामबाग तक ले जाया गया, जिसमें नौजवानों के साथ साथ बुजुर्गो ने जमकर नोहा मातम किया। जुलूस के बाद आग का मातम किया गया, जिसमें ना सिर्फ मुसलमानों ने हिस्सा लिया बल्कि हिन्दू भाईयों ने भी बढ़चढ़ हिस्सा लिया। आपको बता दें कि आठ मुहर्रम को इमाम हुसैन के लश्कर के अलमबरदार और छोटे भाई हजरत अब्बास की शहादत के तौर पर मनाया जाता है। हजरत अब्बास मौला अली के सबसे बहादुर बेटे थे और इसीलिए इमाम हुसैन ने कर्बला के मैदान में अब्बास को लश्कर की कमान सौंपी थी। जुलूस के दौरान सामाजिक कार्यकर्ता इकबाल हैदर, मो. आका, प्रधान हैदर हुसैन, जीशान हैदर, कुमैल रिजवी, हाजी अली जहीर, हाजी इतरत हुसैन, सिपर अब्बास आदि मौजूद रहे।

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