दुकानों में पानी भरने से व्यापारियों का लाखों का सामान बर्बाद

जिला मुख्यालय से ग्रामीणांचल तक बारिश के पानी ने कहर बरपा रखा है।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 21 Sep 2021 10:20 PM (IST) Updated:Tue, 21 Sep 2021 10:20 PM (IST)
दुकानों में पानी भरने से व्यापारियों का लाखों का सामान बर्बाद
दुकानों में पानी भरने से व्यापारियों का लाखों का सामान बर्बाद

अंबेडकरनगर: जिला मुख्यालय से ग्रामीणांचल तक बारिश के पानी ने कहर बरपा रखा है। तमसा का जलस्तर बढ़ने से जिधर देखिए, उधर पानी ही पानी नजर आ रहा है। गांव के गांव जलमग्न हैं। फसलें डूब गईं है। धान के खेत का पानी निकालते समय बिजली की लाइन की चपेट में आने से एक किसान की मौत हो गई। वहीं, शहर में पानी भर जाने से व्यवसायियों का लाखों का सामान बर्बाद हो गया। रविवार से तमसा के जलस्तर में लगातार बढ़ोत्तरी हो रही है। मंगलवार को बाढ़ का पानी सड़क के ऊपर बहने लगा। इसके चलते कई बाइक सवार अनियंत्रित होकर पानी में गिरते दिखे। चारपहिया वाहनों को भी धक्का लगाकर पानी से बाहर निकालना पड़ा। निर्माणाधीन डिवाइडर से निकलने की कोशिश में कई पैदल राहगीर भी चोटिल हुए।

व्यापारियों का लाखों का सामान बर्बाद: नई सड़क के व्यापारी अतुल सोनी ने बताया कि शहजादपुर में हरीराम साड़ी सेंटर के नाम से उनकी दुकान है। इसके बेसमेंट में हार्डवेयर की दुकान भी खोल रखी है। अचानक जलस्तर बढ़ने से लाखों रुपये की प्लाई व अन्य सामान पानी में डूब गया। दीपक फुटवियर के प्रोपराइटर दीपक ने बताया कि भूतल में रखा करीब 10 लाख का सामान भीग जाने से खराब हो गया है। उत्तर प्रदेश व्यापार मंडल के जिलाध्यक्ष अनिल अग्रहरि ने जिला प्रशासन से मुआवजे की मांग की है।

चौथे दिन भी नहीं हट सके काटे गए पेड़: जिला प्रशासन ने वन निगम को दो दिनों के अंदर पेड़ों को काटकर लकड़ी हटवाने का आदेश दिया था, लेकिन चार दिन बाद भी सड़क पर लकड़ी के बोटे लोगों के लिए मुसीबत का सबब बने हैं। इसको लेकर व्यापारियों में आक्रोश है। दुकानदारों ने बताया कि पेड़ों की कटान और बिजली के खंभों की शिफ्टिग का कार्य एक साथ करने से आवागमन बाधित है। इससे उनका व्यापार पूरी तरह प्रभावित है। वहीं, खंभों और बिजली के तार टूटने से कई घरों में चौथे दिन भी विद्युत आपूर्ति बहाल नहीं हो सकी है।

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