Þयोगी राज का असर : अवैध खनन पर कसा शिकंजा

अंबेडकरनगर : सूबे की सत्ता बदलते ही अवैध खनन में लिप्त लोगों की शामत आ गयी। योगी सरकार के रुख को दे

By JagranEdited By: Publish:Wed, 22 Mar 2017 10:23 PM (IST) Updated:Wed, 22 Mar 2017 10:23 PM (IST)
Þयोगी राज का असर : अवैध खनन पर कसा शिकंजा
Þयोगी राज का असर : अवैध खनन पर कसा शिकंजा

अंबेडकरनगर : सूबे की सत्ता बदलते ही अवैध खनन में लिप्त लोगों की शामत आ गयी। योगी सरकार के रुख को देखते हुए प्रशासन ने अवैध खनन पर शिकंजा कसने को बड़ी कार्रवाई की। बीती रात आलापुर तहसील क्षेत्र में छापा मारकर पुलिस व प्रशासन की संयुक्त टीम ने बालू लदे छह ट्रकों के अलावा करीब पांच दर्जन खाली ट्रक व खनन में इस्तेमाल की जाने वालीं मशीनों को कब्जे में ले लिया। यह कार्रवाई डीएम वैभव श्रीवास्तव के निर्देश पर हुई। उक्त क्षेत्र के राजेसुल्तानपुर क्षेत्र में काफी दिनों से घाघरा नदी में बालू खनन का कार्य चल रहा था। इस पर अंकुश लगाने के लिए आलापुर एससडीएम पंकज श्रीवास्तव, जलालपुर की शालिनी प्रभाकर ने बीती रात राजेसुल्तानपुर प्रभारी निरीक्षक अनिल कुमार यादव, जहागीरगंज एसओ वासुदेव ¨सह राणा व बड़ी संख्या में पुलिस बल के साथ कम्हरियाघाट के निकट छापा मारा। मौके पर चार पोकलैंड मशीनें, तीन जेसीबी, दो दर्जन ट्रैक्टर व 50 से अधिक ट्रक खड़े थे जबकि आठ ट्रकों में बालू लादकर ले जाया जा रहा था। हालांकि खनन में लिप्त लोग भाग निकले। डीएम ने बताया कि आठ लो¨डग ट्रकों के विरुद्ध मुकदमा दर्ज किया जा रहा है। अन्य के बारे में छानबीन कर प्रभावी कार्रवाई की जाएगी।

------पट्टाशुदा भूमि पर खनन का दावा- आलापुर : कथित पट्टाधारक संतोष चौबे खनन के वैध होने का दावा किया। इनका कहना है कि मांझा कम्हरियाघाट के खनन का पट्टा है। मामला जिलाधिकारी के संज्ञान में आने पर उन्होंने चकबंदी लेखपालों की टीम मौके पर भेज दी है, जो क्षेत्रीय लेखपालों व राजस्व निरीक्षक के साथ संयुक्त रूप से पैमाइश करके स्थान का निर्धारण करेगी। एसडीएम ने बताया कि मैं खुद पैमाइश की निगरानी कर रहा हूं। इसके उपरांत नियमानुसार आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।

-------हत्या व हमले की घटनाओं के बावजूद होता रहा खनन-आलापुर : घाघरा नदी में सफेद चांदी रूपी बालू को लूटने के लिए दबंगों के बीच होड़ मची है। इसी को लेकर क्षेत्र में गत वर्ष सपा कार्यकर्ता बेचन ¨सह की हत्या हो चुकी है। साथ ही हमले की कई घटनाएं हो चुकीं। इसके बावजूद खनन रुकने का नाम नहीं ले रहा। सपा सरकार में क्षेत्र के आराजी देवारा, मंसूरगंज, बिड़हरघाट, चहोड़ाघाट व मयंदीपुर आदि इलाकों में बड़े पैमाने पर खनन होता रहा। इसमें जाति विशेष के लोगों का वरदहस्त व दखल रहा, इस कारण प्रशासन भी मूकदर्शक की भूमिका में रहा।

-----किन्नूपुर में हो रहा अवैध खनन-जहांगीरगंज : सूबे में निजाम बदलने के साथ ही नौकरशाही को सही व गलत का फर्क भी नजर आने लगा। जहांगीरगंज थाना क्षेत्र के किन्नूपुर में अभी भी बालू खनन जारी है। बताया जाता है कि यहां ट्रकों से तो यदा-कदा ही बालू का अवैध कारोबार इलाकाई दबंगों द्वारा किया जाता है। पूरी रात जेसीबी के जरिए खनन कर दर्जनों ट्रैक्टर-ट्रालियों के लिए बालू का अवैध कारोबार धड़ल्ले से जारी है। इसी क्षेत्र के गोवर्धनपुर में भी बड़े पैमाने पर खनन किया जा रहा है। निवर्तमान एसडीएम ने छापा मारकर पोकलैंड मशीन, एक जेसीबी व एक लिफ्टर मशीन सहित तीन बालू लदे ट्रकों को पकड़ा। हालांकि पोकलैंड मशीन को छोड़कर बाकी को सीज करने की कार्रवाई की गयी। एसओ वासुदेव राणा बताते हैं कि जहां भी खनन की जानकारी मिल रही है। कार्रवाई हो रही है।

---------खनन, राजस्व व पुलिस विभाग की तय होगी जवाबदेही-अवैध खनन का भंडाफोड़ होने पर यह सवाल उठने लगे कि क्या संबंधित थाने की पुलिस, राजस्व विभाग व खनन विभाग पर भी कार्रवाई हो सकेगी? कारण इतने बड़े पैमाने पर बगैर इन तीन विभागों की दुरभिसंधि के हो नहीं सकता। डीएम का कहना है कि गहनता से पड़ताल करा प्रभावी कार्रवाई करेंगे।

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