प्रयागराज में कुंभ 2019 में पीएम मोदी से सम्‍मानित स्‍वच्‍छाग्रही को फिर से मिली नौकरी, मेला प्रशासन बैकफुट पर

मेला प्रभारी ने उसे व उसके पति सहजीत को एक अगस्त से काम पर वापस आने को कहा है। साथ ही पुराने काम पर ही रखने का आश्वासन दिया।

By Brijesh SrivastavaEdited By: Publish:Sat, 25 Jul 2020 09:27 AM (IST) Updated:Sat, 25 Jul 2020 09:27 AM (IST)
प्रयागराज में कुंभ 2019 में पीएम मोदी से सम्‍मानित स्‍वच्‍छाग्रही को फिर से मिली नौकरी, मेला प्रशासन बैकफुट पर
प्रयागराज में कुंभ 2019 में पीएम मोदी से सम्‍मानित स्‍वच्‍छाग्रही को फिर से मिली नौकरी, मेला प्रशासन बैकफुट पर

प्रयागराज, जेएनएन। मेला प्रशासन ने महिला स्वच्छाग्रही शीतल को फिर से नौकरी पर रखकर उस सम्मान की लाज रख ली, जो उसे प्रधानमंत्री मोदी ने कुंभ 2019 में गंगा मंच पर दिया था। चार माह पहले शीतल एवं उसके पति को नौकरी से निकाल दिया गया था। दंपती को एक अगस्त से काम पर वापस आने को कहा गया है।

दैनिक जागरण कुंभ में पीएम मोदी से सम्मानित स्वच्छाग्रही को नौकरी से निकाले जाने की खबर प्रकाशित होने के बाद मेला प्रशासन में हड़कंप मच गया था।

मेला प्रभारी ने स्‍वच्‍छाग्रही को बुलाया

मामले को संज्ञान में लेते हुए स्वच्छाग्रही शीतल को मेला प्रभारी रजनीश मिश्र ने सफाई निरीक्षक विनोद कुमार के माध्यम बुलाया। शीतल ने दैनिक जागरण को बताया कि वह पति के साथ मेला कार्यालय पहुंची। शीतल के अनुसार-मेला प्रभारी ने कक्ष में मुझे व मेरे पति को बैठाकर बात की। कहा कि नौकरी से कहां निकला गया है। मैंने कहा कि चार माह से वेतन नहीं दिया जा रहा है। स्वास्थ्य प्रभारी के पास जाने पर कहा जाता है कि नौकरी से निकाली जा चुकी हो।

मेला प्रभारी ने दंपती को एक अगस्‍त से काम पर वापस आने को कहा

शीतल ने बताया कि चार माह के वेतन की मांग की तो कहा गया कि खाते में चला जाएगा। मेला प्रभारी ने सादे कागज पर हस्ताक्षर कराया लेकिन कारण नहीं बताया। हस्ताक्षर किए कागज की छायाप्रति मांगने पर कहा कि मिल जाएगा। मेला प्रभारी ने उसे व उसके पति सहजीत को एक अगस्त से काम पर वापस आने को कहा है। साथ ही पुराने काम पर ही रखने का आश्वासन दिया। मेला प्रभारी रजनीश मिश्र ने कहा कि सादे कागज पर हस्ताक्षर नहीं कराया गया है। बयान दर्ज कर उसी पर हस्ताक्षर कराया गया है।

बोले, स्‍वास्‍थ्‍य प्रभारी

स्वास्थ्य प्रभारी डॉ. पीके त्यागी कहते हैं कि शीतल को आज मेला प्रभारी कार्यालय बुलाया गया था। वापस काम पर रखा जा रहा है। वह दैनिक भोगी कर्मचारी थी। उसी के अनुरूप उसे कार्य करना होगा। जितने दिन काम नहीं किया है, उसका भुगतान देने का प्रावधान नहीं है।

मेला प्रभारी ने यह कहा

मेला प्रभारी रजनीश मिश्रा ने कहा कि शीतल और उसके पति मेला में दिहाड़ी पर सफाई का काम करते थे। यहां स्थायी नौकरी की व्यवस्था नहीं है। बीच में यह दोनों बिना बताए चले गए थे। उनकी जगह खाली होने पर दूसरे को रख लिया गया था। अब इन लोगों ने बताया कि वह कुछ दिन के लिए अपने पिता की जगह काम कर रहे थे। पिता की तबीयत ठीक नहीं थी। अब दोनों मेला में काम करना चाहते हैं, इसलिए इनको फिर से रख लिया गया है। पहली अगस्त से पूर्व की तरह काम करेंगे।

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