मालगाड़ी से टकराए दो सांड़, 20 मिनट प्रभावित रही अपलाइन
दिल्ली-हावड़ा रेलमार्ग पर कौशांबी में दो सांड़ मालगाड़ी से टकरा गए। हालांकि लोको पायलट की सूझबूझ से हादसा टल गया। घटना भरवारी और मनोहरगंज स्टेशन के बीच की है। इससे 20 मिनट अपलाइन प्रभावित रहा।
इलाहाबाद : दिल्ली-हावड़ा रेलमार्ग पर कौशांबी में भरवारी और मनोहरगंज स्टेशन के बीच अशरफपुर गांव के सामने ट्रैक पर दो सांड़ लड़ रहे थे। इसी दौरान मालगाड़ी आ गई और उसकी टक्कर से मवेशी जख्मी हो गए। लोको पायलट की सूझबूझ से हादसा टल गया। इस कारण करीब 20 मिनट तक अपलाइन पर यातायात प्रभावित रही। इसके बाद ट्रेन कानपुर की ओर के लिए रवाना हुई।
इन दिनों अक्सर भरवारी से लेकर सैयदसरावां तक रेलवे लाइन किनारे पर मवेशियों का जमावड़ा रहता है। इसके चलते अक्सर ट्रेन हादसे हो रहे हैं। इसी क्रम में सोमवार की सुबह अपलाइन पर इलाहाबाद से कानपुर की ओर मालगाड़ी ट्रेन गुजर रही थी। मनोहरगंज स्टेशन से आगे लोको पायलट ने ट्रैक पर दो सांड़ आपस में लड़ते देखा। कई बार हार्न बजाने के बाद भी सांड़ नहीं हटे। इस पर प्रेशर ब्रेक का इस्तेमाल करते हुए जब तक लोको पायलट ने ट्रेन को रोका, तब तक दोनों सांड़ से ट्रेन जा टकराई। हालांकि उनकी जान नहीं जा सकी, बल्कि मवेशी मामूली तौर से जख्मी हुए। सूचना पर पहुंचे रेलवे कर्मियों ने किसी तरह जख्मी सांड़ों को ट्रैक से बाहर किया। सुबह 6:50 बजे रुकी ट्रेन करीब 20 मिनट तक वहां पर रुकी रही। इससे अप लाइन प्रभावित रही। इंजन आदि चेक करने के बाद लोको पायलट ने ट्रेन को आगे बढ़ाया। मालगाड़ी के पीछे आ रही कुछ सवारी गाडिय़ां प्रभावित हुईं।
इन दिनों अक्सर भरवारी से लेकर सैयदसरावां तक रेलवे लाइन किनारे पर मवेशियों का जमावड़ा रहता है। इसके चलते अक्सर ट्रेन हादसे हो रहे हैं। इसी क्रम में सोमवार की सुबह अपलाइन पर इलाहाबाद से कानपुर की ओर मालगाड़ी ट्रेन गुजर रही थी। मनोहरगंज स्टेशन से आगे लोको पायलट ने ट्रैक पर दो सांड़ आपस में लड़ते देखा। कई बार हार्न बजाने के बाद भी सांड़ नहीं हटे। इस पर प्रेशर ब्रेक का इस्तेमाल करते हुए जब तक लोको पायलट ने ट्रेन को रोका, तब तक दोनों सांड़ से ट्रेन जा टकराई। हालांकि उनकी जान नहीं जा सकी, बल्कि मवेशी मामूली तौर से जख्मी हुए। सूचना पर पहुंचे रेलवे कर्मियों ने किसी तरह जख्मी सांड़ों को ट्रैक से बाहर किया। सुबह 6:50 बजे रुकी ट्रेन करीब 20 मिनट तक वहां पर रुकी रही। इससे अप लाइन प्रभावित रही। इंजन आदि चेक करने के बाद लोको पायलट ने ट्रेन को आगे बढ़ाया। मालगाड़ी के पीछे आ रही कुछ सवारी गाडिय़ां प्रभावित हुईं।