गंगा में डूबे दो चचेरे भाई, एक का मिला शव, दूसरे की गोताखोर कर रहे तलाश Prayagraj News

फाफामऊ घाट पर दो किशोरों के गंगा नदी में डूबने की सूचना पर पहुंची शिवकुटी थाने की पुलिस ने गोताखोरों को बुलवाया। एक का शव मिल गया जबकि दूसरे की तलाश हो रही है।

By Brijesh SrivastavaEdited By: Publish:Mon, 27 Jul 2020 01:18 PM (IST) Updated:Mon, 27 Jul 2020 01:18 PM (IST)
गंगा में डूबे दो चचेरे भाई, एक का मिला शव, दूसरे की गोताखोर कर रहे तलाश Prayagraj News
गंगा में डूबे दो चचेरे भाई, एक का मिला शव, दूसरे की गोताखोर कर रहे तलाश Prayagraj News

प्रयागराज, जेएनएन। सावन के चौथे सोमवार के दिन गंगा नदी में दो चचेरे भाई समा गए। सूचना पर पहुंची पुलिस ने प्रयास करके एक किशोर के शव को बरामद कर लिया जबकि दूसरे की तलाश अभी गोताखोर कर रहे हैं। हादसा शिवकुटी थाना क्षेत्र के फाफामऊ घाट पर हुआ। दोनों किशोर गंगा में स्‍नान के लिए दोस्‍तों के साथ गए थे। घाट के किनारे दोनों के परिवार वाले गमगीन हैं। वहीं पुलिस भी मौजूद है।

दोस्‍तों के साथ गंगा स्‍नान को फाफामऊ घाट पहुंचे थे

सोरांव थाना क्षेत्र के नहर ददौली गांव निवासी 14 वर्षीय चंदन और 15 वर्षीय प्रवीण आपस में चचेरे भाई थे। सावन के चौथे सोमवार की सुबह चंदन और प्रवीण अपने पांच दोस्तों के साथ फाफामऊ घाट पर गंगा स्नान को आए थे। बताते हैं कि स्नान करने के दौरान चंदन और प्रवीण गहरे पानी में चले गए और डूबने लगे। दोनों को डूबता देखकर दोस्तों ने शोर मचाया तो घाट पर मौजूद लोगों में से कुछ गंगा नदी में दोनों किशोरों को बचाने के लिए कूद गए। हालांकि उनका प्रयास विफल रहा, क्‍योंकि चंदन और प्रवीण गहरे पानी में समा चुके थे।

गोताखोरों ने मशक्‍कत के बाद प्रवीण का शव बरामद किया

दो किशोरों के डूबने की सूचना शिवकुटी थाने की पुलिस को दी गई। कुछ ही देर में थाना प्रभारी शिवकुटी महेश सिंह मौके पर फोर्स के साथ पहुंचे और किशोरों को ढूंढने के लिए गोताखोरों को बुलाया। वहां पहुंचे गोताखोरों ने गंगा नदी में दोनों चचेरे भाइयों की तलाश में उतरे। मशक्‍कत के बाद प्रवीण का शव बरामद कर लिया जबकि चंदन की तलाश गोताखोर कर रहे हैं। प्रवीण के शव को पुलिस ने कब्‍जे में ले लिया।

परिवार के सदस्‍य गमगीन

उधर गंगा नदी में डूबने की खबर पुलिस ने प्रवीण और चंदन के घरवालों को दी। बिलखते दोनों के परिवार के सदस्‍य फाफामऊ के गंगा घाट पर पहुंचे। स्‍वजनों का रो-रोकर हाल बेहाल है। ग्रामीण उन्‍हें सांत्‍वना दे रहे हैं।

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