कौशांबी में जिंदा जले दो सगे भाई, परिवार के पांच लोग झुलसे

सभी झोपड़ी में सो रहे थे। चिमनी गिरने से झोपड़ी में आग लग गई। जब तक आग बुझाई जाती सो रहे दो मासूमों की मौत हो चुकी थी। वहीं पांच झुलसे सदस्‍यों को अस्‍पताल में भर्ती कराया गया है।

By Brijesh SrivastavaEdited By: Publish:Tue, 26 Mar 2019 01:08 PM (IST) Updated:Tue, 26 Mar 2019 01:08 PM (IST)
कौशांबी में जिंदा जले दो सगे भाई, परिवार के पांच लोग झुलसे
कौशांबी में जिंदा जले दो सगे भाई, परिवार के पांच लोग झुलसे

कौशांबी/प्रयागराज : मंझनपुर कोतवाली क्षेत्र के फैजीपुर गांव स्थित एक ईंट-भट्ठे में चिमनी गिरने से मंगलवार की भोर झोपड़ी में आग लग गई। झोपड़ी में सो रहे दो सगे भाइयों पर जलता हुआ छप्पर जा गिरा। इससे दोनों की मौत हो गई। जबकि परिवार के पांच सदस्य झुलस गए। उनका इलाज जिला अस्पताल में चल रहा है। वह सभी एक ही परिवार के हैं।

दीनानाथ का पूरा परिवार झोपड़ी में सो रहा था

मंझनपुर कोतवाली क्षेत्र के गोबर सहाई गांव के रहने वाले दीनानाथ समेत उनके परिवार के सदस्य ईंट-भट्ठे पर मजदूरी करते हैं। दीनानाथ का पूरा परिवार पिछले कई महीनों से मंझनपुर कोतवाली क्षेत्र के फैजीपुर गांव में स्थित ईंट- भट्ठे पर काम कर रहा था। सभी वहीं पर झोपड़ी में रहते थे।

कैसे हुआ हादसा

सुबह करीब पांच बजे दीनानाथ दीर्घशंका के लिए गया था। झोपड़ी में चिराग जल रहा था और झोपड़ी के पास ही बाइक रखी थी। बताते हैं कि इसी दौरान लालटेन गिरने से झोपड़ी में आग लग गई। आग की लपट पास बाइक तक पहुंची और पेट्रोल में आग पकड़ने से भीषण रूप ले लिया। आग की लपट देख आसपास के मजदूर अपनी झोपड़ी से निकल आए और आग को बुझाने का प्रयास शुरू कर दिया। हालांकि  जब तक आग पर काबू पाया जाता, तब तक झोपड़ी में सो रहे दीनानाथ के दो बेटे चतुर 5 व छोटू 8 जिंदा जल मरे। वहीं भीषण आग में पांच लोग झुलस गए। इनमें दीनानाथ की पत्‍नी नत्थी देवी, पुत्रियां चांदनी व रूबी, पुत्र सूरज व राहुल हैं। आनन-फानन में उन्हें जिला अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती कराया गया। सूचना पाकर घटनास्थल पर डीएम, एसपी, सीएमओ व एसडीएम पहुंच गए। मामले की तहकीकात की जा रही है।

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