Top Prayagraj News of the day, 30 April 2020 : पांच दिन से लापता स्नातक की छात्रा की कुएं में मिली लाश Prayagraj News
पांच दिन से लापता छात्रा की कुएं में लाश मिली। अजय हत्याकांड में चौथे आरोपित अमर को पुलिस ने दबोच लिया है। लाॅकडाउन में जीवन शैली पर पडे असर का इविवि अध्ययन करेगा।
प्रयागराज,जेएनएन। पड़ोसी जनपद प्रतापगढ़ के फतनपुर इलाके में पांच दिन से लापता स्नातक की छात्रा की लाश गुरुवार सुबह गांव के पास एक कुएं में उतराते हुए मिली। वहीं, धूमनगंज हत्याकांड के मामले में पुलिस ने चौथे आरोपित अमर सिंह को भी गिरफ्तार कर लिया है। सोमवार रात नीवां गांव निवासी अजय उर्फ दलऊ की कुछ लोगों ने पीट-पीटकर हत्या कर दी थी। जबकि, कडाउन के चलते लोगों की जीवन शैली पर पड़ रहे असर पर इलाहाबाद केंद्रीय विश्वविद्यालय (इविवि) के शारीरिक शिक्षा विभाग की अध्यक्ष प्रोफेसर अर्चना चहल अध्ययन कर रही हैं।
पांच दिन से लापता स्नातक की छात्रा की कुएं में मिली लाश
पड़ोसी जनपद प्रतापगढ़ के फतनपुर इलाके में पांच दिन से लापता स्नातक की छात्रा की लाश गुरुवार सुबह गांव के पास एक कुएं में उतराते हुए मिली। फतनपुर थानाक्षेत्र के जगदीशपुर गांव निवासी राकेश गौड़ की बाइस वर्षीय बेटी पूनम स्नातक की छात्रा थी। वह 25 अप्रैल को घर से लापता हो गई थी। काफी खोजबीन के बाद उसका कुछ पता नहीं चला तो घरवालों ने फतनपुर थाने में तहरीर दी। तहरीर पर पुलिस गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्जकर छात्रा की तलाश में लगी थी। लेकिन पांच दिन बाद भी छात्रा के बारे में कुछ पता नहीं लगा पाई। घरवाले अपने स्तर से पूनम की तलाश में लगे थे।
धूमनगंज में अजय उर्फ दलऊ हत्याकांड में चौथा आरोपित भी गिरफ्तार
धूमनगंज हत्याकांड के मामले में पुलिस ने चौथे आरोपित अमर सिंह को भी गिरफ्तार कर लिया है। सोमवार रात नीवां गांव निवासी अजय उर्फ दलऊ की कुछ लोगों ने पीट-पीटकर हत्या कर दी थी। दलऊ के पिता सीताराम की तहरीर पर पुलिस ने साधू, रोशन, अमर सिंह और मोनू के खिलाफ मुकदमा कायम किया था। मंगलवार को पुलिस ने तीन आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया था, जबकि अमर सिंह फरार था। इंस्पेक्टर धूमनगंज शमशेर बहादुर सिंह का कहना है कि फरार अमर सिंह को भी गिरफ्तार कर लिया गया है। हत्या प्रेम प्रसंग को लेकर हुई थी।
Coronavirus effect : Lockdown का जीवन शैली पर पड़ रहे असर को आंकेगा इलाहाबाद विश्वविद्यालय
लॉकडाउन...। सुबह से रात तक घर में 'कैदÓ और वर्क फ्रॉम होम से 'घरÓ भी दफ्तर में। दिनभर केवल मोबाइल और टीवी। जिंदगी ट्रेन में सफर के दौरान बर्थ पर पड़े रहने सरीखी हो गई है। लॉकडाउन के चलते लोगों की जीवन शैली पर पड़ रहे असर पर इलाहाबाद केंद्रीय विश्वविद्यालय (इविवि) के शारीरिक शिक्षा विभाग की अध्यक्ष प्रोफेसर अर्चना चहल अध्ययन कर रही हैं।प्रोफेसर अर्चना ने बताया कि इविवि के छात्र-छात्राओं के अलावा कुछ आम लोगों से फोन पर बात कर जानने का प्रयास कि लॉकडाउन की इस अवधि में लोगों के दैनिक जीवन और व्यवहार में किस तरह के बदलाव आए हैं? वह कहती हैं कि कुछ लोगों ने खुद को नई दिनचर्या के अनुसार ढाल लिया तो कई पुराने ढर्रे पर ही चल रहे हैं।