Top Prayagraj News of the day, 30 June 2019, जेल में छापा, प्रतिबंधित वस्तुएं बरामद, धावा बोल सिपाही की पिटाई, वाहन चोर गिरोह धराया
नैनी जेल में छापेमारी में कई प्रतिबंधित वस्तुएं बरामद हुई। गलत हरकत के कारण ग्रामीणों ने सिपाही को पीट दिया। हाईकोर्ट के बाहर से वाहन चुराने वाले गैंग सदस्य पकड़े गए।
नैनी जेल में छापेमारी, मोबाइल आदि प्रतिबंधित वस्तुएं बरामद
प्रयागराज, जेएनएन। नैनी सेंट्रल जेल में रविवार की अलसुबह बड़ी कार्रवाई हुई। पुलिस और प्रशासन की छापेमारी से बंदियों व जेल अफसरों में खलबली मच गई। तीन घंटे के तलाशी अभियान में पांच मोबाइल, कैंची, चाकू समेत कई प्रतिबंधित वस्तुएं मिलीं। जेल के भीतर बड़ी संख्या में मिले आपत्तिजनक सामान ने जेल अधिकारियों की कार्यशैली पर सवाल खड़े कर दिए हैं। वरिष्ठ जेल अधीक्षक एचबी सिंह ने कहा कि जेल में तलाशी के दौरान मोबाइल समेत कई प्रतिबंधित वस्तुएं मिली हैं। बंदियों से पूछताछ के बाद कार्रवाई की जाएगी। कहा कि आगे भी तलाशी अभियान चलाया जाएगा।
ग्रामीणों ने सिपाही के घर बोला धावा
पड़ोसी जनपद प्रतापगढ़ के कुंडा में एक सिपाही की हरकतों से आजिज आकर ग्रामीणों ने घर पर शनिवार की रात धावा बोल दिया। सिपाही की जमकर पिटाई भी की गई है। गांव वालों का आरोप है कि सिपाही नशे का लती है। वह लोगों से गाली-गलौच व अभद्रता करता रहता है। सिपाही महेशगंज थाना क्षेत्र के भूइसीताली पटना निवासी मुकेश मणि त्रिपाठी (35) कानपुर देहात पुलिस लाइन में हेड कांस्टेबल के पद पर तैनात है। उधर मुकेश मणि का कहना है कि रंजिश के कारण गांव के प्रधान ने दो दर्जन से अधिक लोगों के साथ घर हमला कर उसे मारापीटा। महेशगंज थानाध्यक्ष अरविंद सिंह गौर ने घायल सिपाही को सीएचसी भेजा। परिजनों ने तहरीर दी है।
वकीलों की गाड़ी चुराने वाले गिरोह के पांच सदस्य गिरफ्तार
कैंट पुलिस ने बाइक गायब करने वाले गिरोह के पांच सदस्यों को गिरफ्तार कर लिया है। वह हाईकोर्ट के बाहर से अधिवक्ताओं और मुवक्किलों की बाइक गायब कर देते थे। सरगना समेत पांच लोगों को गिरफ्तार करते हुए चोरी की सात बाइक बरामद की गई है। बहरिया के सिकंदरा गांव निवासी आशीष कुमार मिश्रा गिरोह का सरगना है। उसके साथी उतरांव के शिवकुमार पटेल उर्फ गोलू, प्रतापगढ़ के संग्रामगढ़ निवासी सौरभ कुमार सेन, उतरांव के मो. इसराइल उर्फ सोनू और थरवई बहमलपुर के अशोक कुमार पटेल भी पकड़े गए हैं। दुकान पर ही बाइक का नंबर प्लेट, इंजन व चेचिस नंबर बदल देते थे। फिर बाइक को मोडीफाई करके तीन से पांच हजार रुपये में भी बेच देते थे।