आज प्रयागराज के वातावरण में प्रदूषण का जहर घुल जाएगा Prayagraj News

फिलहाल अभी तो हवा साफ है। दीपावली की रात में आज वातावरण में पटाखों से जहर घुलेगा। इससे वायु प्रदूषण फैलेगा। प्रदूषण का स्तर की जांच के लिए पांच स्थानों पर सैंपल लिया जाएगा।

By Brijesh SrivastavaEdited By: Publish:Sun, 27 Oct 2019 02:06 PM (IST) Updated:Sun, 27 Oct 2019 02:06 PM (IST)
आज प्रयागराज के वातावरण में प्रदूषण का जहर घुल जाएगा Prayagraj News
आज प्रयागराज के वातावरण में प्रदूषण का जहर घुल जाएगा Prayagraj News

प्रयागराज, जेएनएन। अगस्त माह में प्रयागराज प्रदेश का सबसे प्रदूषित शहर था। सितंबर में प्रदूषण का स्तर घटा। अक्टूबर में इसमें और सुधार हुआ। दीपावली से पहले संगम नगरी में पीएम-10 (पर्टिकुलेट मैटर या कण प्रदूषण) का स्तर डेढ़ सौ से कम हो गया है, लेकिन रविवार की रात मेें लोग दीप उत्सव पर जब लोग पटाखे फोड़ेंगे तो शहर की हवा में जहर घुलना तय है। इसका असर तीन-चार दिन तक दिखाई देगा।

प्रदूषण मापने के लिए शहर के चार स्थानों पर लगे यंत्र 

शहर में प्रदूषण मापने के लिए अलोपीबाग में सीवेज पंपिंग स्टेशन, जॉनसेनगंज में कारपोरेटिव बैंक, रामबाग में पराग डेयरी, कटरा में लक्ष्मी टाकीज और अशोक नगर में भारत यंत्र निगम लिमिटेड में यंत्र लगे हुए हैं। रविवार को मोतीलाल नेहरू राष्ट्रीय प्रौद्योगिक संस्थान (एमएनएनआइटी) पांचों यंत्रों से सैंपल लेगा। उसकी रिपोर्ट तैयार करके उत्तर प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (यूपीपीसीबी) के क्षेत्रीय कार्यालय को सौंपेगा। इसके अलावा इलाहाबाद जंक्शन और उत्तर मध्य रेलवे मुख्यालय में लगे प्रदूषण मापने के मॉनीटङ्क्षरग बोर्ड पर भी यह देखा जा सकेगा कि शहर में दीपावली पर कितना प्रदूषण फैलाया गया।

पीएम-10 का स्तर डेढ़ सौ से नीचे ही रहा है, होना चाहिए 100 माइक्रोन

इलाहाबाद जंक्शन पर लगे मॉनीटङ्क्षरग बोर्ड के आंकड़ों के अनुसार 21 अक्टूबर से लेकर 26 अक्टूबर तक पीएम-10 का स्तर डेढ़ सौ से नीचे ही रहा है। मानकों के अनुसार इसे 100 माइक्रोन होना चाहिए। 150 माइक्रोन को चिंता जनक नहीं माना जाता है। यूपीपीसीबी के क्षेत्रीय अधिकारी जेबी सिंह का कहना है कि दीपावली पर लोग अगर दीप जलाएंगे। पटाखे नहीं फोड़ेंगे तो शहर में प्रदूषण नहीं फैलेगा।

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