Railway News: बिजली चालित होने से बच रहा समय, चुनार-चोपन रेलखंड में चलाई जा रहीं कोयला लदी 22 मालगाड़ियां

एनसीआर अपने पूरे नेटवर्क का विद्युतीकरण कर रहा है। इससे पर्यावरण के अनुकूल हरित और स्वच्छ परिवहन का साधन मिलेगा। एनसीआर के सभी ट्रंक मार्ग पहले से ही विद्युतीकृत हैं और वैकल्पिक मार्ग प्रदान करने वाली सभी शाखा लाइनों का भी विद्युतीकरण मिशन मोड में किया जा रहा है।

By Ankur TripathiEdited By: Publish:Thu, 08 Jul 2021 03:44 PM (IST) Updated:Thu, 08 Jul 2021 03:44 PM (IST)
Railway News: बिजली चालित होने से बच रहा समय, चुनार-चोपन रेलखंड में चलाई जा रहीं कोयला लदी 22 मालगाड़ियां
वैकल्पिक मार्ग प्रदान करने वाली सभी शाखा लाइनों का भी विद्युतीकरण मिशन मोड में किया जा रहा है।

प्रयागराज, जागरण संवाददाता। भारतीय रेल के 100 फीसद विद्युतीकरण मिशन के लिए एनसीआर अपने पूरे नेटवर्क का विद्युतीकरण कर रहा है। इससे पर्यावरण के अनुकूल, हरित और स्वच्छ परिवहन का साधन मिलेगा। एनसीआर के सभी ट्रंक मार्ग पहले से ही विद्युतीकृत हैं और इसके अलावा वैकल्पिक मार्ग प्रदान करने वाली सभी शाखा लाइनों का भी विद्युतीकरण मिशन मोड में किया जा रहा है। चुनार-चोपन रेलखंड में कोयले को ताप विद्युत संयंत्रों तक ले जाने वाली 20-22 मालगाडिय़ों का परिचालन हो रहा है।

एनसीआर में 6119.55 ट्रैक किलोमीटर का कुल ब्रॉड गेज नेटवर्क है। 31 मार्च 2020 तक 5374.146 ट्रैक किलोमीटर का विद्युतीकरण किया जा चुका है। वर्ष 2020-21 के दौरान 275.281 ट्रैक किमी का विद्युतीकरण किया गया। एनसीआर के प्रमुख मुख्य बिजली इंजीनियर सतीश कोठारी ने कहा कि 2020-21 में उत्तर मध्य रेलवे का कुल विद्युतीकृत ट्रैक किमी बढ़कर 5649.427 ट्रैक किलोमीटर हो गया, जो एनसीआर के सभी ब्रॉड गेज नेटवर्क का 92.3 फीसद है। वर्ष 2021-22 के दौरान कुल मिलाकर 517 रूट किलोमीटर और 603 ट्रैक किलोमीटर का विद्युतीकरण करने का लक्ष्य रखा गया है। इसके तहत इस साल महोबा-खजुराहो, खजुराहो-उदयपुरा, बिरलानगर-उडी मोड़, शिकोहाबाद-फर्रुखाबाद, इटावा-मैनपुरी, बरहन-एटा रेलखंड का विद्युतीकरण किया जाएगा। प्रयागराज मंडल के चुनार-चोपन खंड में सोनभद्र ट्रैक्शन सब-स्टेशन के चालू होने के साथ, अब इस सेक्शन की सभी मालगाडिय़ां इलेक्ट्रिक ट्रैक्शन पर दौड़ रही हैं। इससे समय की बचत हो रही है और लगभग 200 ट्रैक किलोमीटर छोटा विद्युतीकृत रूट उपलब्ध हो गया है। इस मार्ग से कोयले को ताप विद्युत संयंत्रों तक ले जाने वाली 20-22 मालगाडिय़ों का परिचालन हो रहा है। एनसीआर के जीएम वीके त्रिपाठी ने कहा कि निर्धारित लक्ष्यों को प्राप्त करने के हर संभव प्रयास करना चाहिए। साथ ही हरित, पर्यावरण के अनुकूल और कुशल रेलवे के निर्माण में योगदान देना चाहिए।

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