Family Murdered : मां-बाप, बहन और पत्‍नी का हत्‍यारोपित पुलिस से बोला, मेरा एनकाउंटर कर दो सर Prayagraj News

अपने परिवार के चार सदस्‍यों का हत्‍यारोपित पुलिसवालों से कहता है कि एनकाउंटर में मार दो साहब मैं जीने के काबिल नहीं हूं। मैं अब दुनिया में किसी को मुंह दिखाने के लायक नहीं हूं।

By Brijesh SrivastavaEdited By: Publish:Sat, 16 May 2020 10:42 AM (IST) Updated:Sat, 16 May 2020 03:57 PM (IST)
Family Murdered : मां-बाप, बहन और पत्‍नी का हत्‍यारोपित पुलिस से बोला, मेरा एनकाउंटर कर दो सर Prayagraj News
Family Murdered : मां-बाप, बहन और पत्‍नी का हत्‍यारोपित पुलिस से बोला, मेरा एनकाउंटर कर दो सर Prayagraj News

प्रयागराज, जेएनएन। जन्म देने वाली मां किरण, आत्मनिर्भर बनाने वाले पिता तुलसीदास, हमेशा अच्छा-भला बताकर टोकने वाली बहन निहारिका और प्यार में अपना मायका छोड़कर आने वाली पत्नी प्रियंका की बेरहमी से हत्या कराने का आरोपित आतिश केसरवानी अपनी करतूत से पछतावे में रात भर हवालात में रोता-चीखता रहा। वह पुलिसवालों से बार-बार कहता रहा कि मुझे एनकाउंटर में मार दो साहब, मैं जीने के काबिल नहीं हूं। मैं अब दुनिया में किसी को मुंह दिखाने के लायक नहीं रहा।

अपना घर तबाह करने के बाद झूठे आंसू बहाने से क्या मतलब

वह रोते हुए पुलिस से कहता है कि जिसके चक्कर में परिवार खत्म कर दिया वो भी न मिली तो अब ऐसी जिंदगी से मौत ही भली है। पुलिस सूत्रों के मुताबिक आधी रात तक पूछताछ के बाद आतिश और अनुज को हवालात में बंद किया गया था। सुपारी लेकर हत्याकांड अंजाम देने वाला अनुज तो शांत रहा मगर आतिश रात में रोने-सिसकने और चीखने लगा। सिपाहियों ने भी आतिश को खरी-खोटी सुनाई कि अपना घर तबाह करने के बाद झूठे आंसू बहाने से क्या मतलब।

चिराग ने ही जला दिया घर, हर शख्स स्तब्ध

प्रीतम नगर की वारदात ने हर शख्स को हिलाकर रख दिया है। इकलौते पुत्र आतिश केसरवानी की खौफनाक वारदात ने आसपास के लोगों को ही नहीं बल्कि घटना के बारे में सुनने वाले हर व्यक्ति को स्तब्ध कर दिया। इकलौते बेटे को घर का चिराग कहा जाता रहा है लेकिन इस चिराग ने तो अपना ही घर जलाकर तबाह कर दिया। पूरे परिवार के कत्ल की घटनाएं तो लोग अक्सर सुनते रहते हैं।

खतरनाक अंजाम की किसी ने कल्पना नहीं की थी

प्रेमिका के चक्‍कर में साजिश कर आतिश ने अपने माता-पिता, बहन और पत्‍नी को मौत के घाट उतरवा दिया। घटना के बाद से विवेकानंद चौराहा स्थित अभागे मकान के बाहर सिर्फ पुलिस तैनात थी। आसपास सन्नाटा था। कुछ लोगों से बात हुई तो वे बताने लगे कि यह परिवार किसी से मेलजोल नहीं रखता था। अक्सर आतिश और उसके माता-पिता और बहन में झगड़ा होता था। गुस्से में पिता ने संपति से बेदखल की भी चेतावनी दी थी। मगर इस पारिवारिक झगड़े के इस खतरनाक अंजाम की किसी ने कल्पना नहीं की थी। दो-तीन लोग ऐसे भी मिले जिनका कहना था कि आतिश स्वभाव से सनकी है। उससे लोग दूर ही रहते थे। 

फेसबुक पर लिखा... आइ लव माई वाइफ

प्रेमिका से अवैध रिश्ते के चक्कर में अपनी पत्नी प्रियंका को बेरहमी से कत्ल कराने वाले आतिश ने अपने फेसबुक प्रोफाइल के इंफो में लिख रखा है, आइ एम मैरिड, आइ लव माई वाइफ ए लॉट। शी इज माइ ट्रुली बेटर हॉफ। आतिश ने कीडगंज की प्रियंका से सात साल पहले प्रेम विवाह किया था। घरवालों ने पहले ऐतराज किया फिर राजी हो गए। वह प्रियंका को बाइक पर बैठाकर कौशांबी के अझुहा में उसके गांव तक ले जाता था।

पत्नी दूरी बढ़ती गई और रोज कलह होने लगी

दो साल पहले तीन मार्च 2018 को एक शादी समारोह में वह पत्नी और मां के साथ गया था, जिसकी नौ फोटो उसने फेसबुक पर पोस्ट की थी। हालांकि घर में काम करने वाली के नजदीक आने के साथ ही पत्नी प्रियंका से उसकी दूरी बढ़ती गई और रोज कलह होने लगी और नतीजा सामने है।

निहारिका की फेसबुक पर नहीं है वो पोस्ट

आतिश और उसकी बड़ी बहन निहारिका दोनों ने ही फेसबुक पर प्रोफाइल बना रखी है लेकिन यहां उनके गिनती के ही फ्रेंड हैं। आतिश के महज 131 तो निहारिका के 337 फेसबुक फ्रेंड हैं। हत्याकांड के खुलासे के बाद गुरुवार रात एडीजी ने बताया था कि बहन निहारिका ने आतिश और उसका प्रेमिका की साथ फोटो फेसबुक पर डाली थी। इससे बौखलाकर आतिश ने यह वारदात करा दी। हालांकि वह पोस्ट अब फेसबुक पर नहीं है।

तुम न मिली तो दे दूंगा जान, बोलता था वह

पूरे परिवार के खात्मे की वजह बनी रंजना शुक्ला ने पुलिस हिरासत में बताया कि वह पहले आतिश के घर में काम करती थी। तभी उससे प्रेम संबंध बन गया। आतिश उससे घर के बाहर मिलने लगा। कार में बैठाकर घुमाने ले जाने लगा। अपने दोस्त के कमरे पर ले जाता। पैसे खर्च करता। भनक लगने पर परिवार के लोग विरोध करने लगे। रंजना के मुताबिक, आतिश कहने लगा कि वह उसके बिना नहीं जिएगा। जान दे देगा अपनी या जान ले लेगा घर में सबकी। वह कहता था कि अपने पति को तलाक दे दो। फिर हम दोनों साथ रहेंगे।

चाकू से हमले में गले की हड्डी भी आधी कटी

 शुक्रवार दोपहर वीडियोग्राफी के बीच डॉक्टरों के पैनल ने तुलसीदास और उनकी पत्नी किरण, बेटी निहारिका, बहू प्रियंका के शवों का पोस्टमार्टम किया। इसमें पता चला कि तेज धारदार चाकू से जबरदस्त हमले की वजह से सभी के गले की हड्डी भी आधी कट गई थी। निहारिका के गले के अलावा पेट पर भी चाकू से चार-पांच घाव थे। प्रियंका के हाथ और कलाई पर भी चाकू का  जख्म था। सांस नली कटने और अत्यधिक ब्लीङ्क्षडग की वजह से सभी की मौत हुई थी।

रसूलाबाद घाट पर बड़े भाइयों ने दी मुखाग्नि

तुलसीदास के इकलौते बेटे आतिश ने ही परिवार का खात्मा कर दिया। उसे पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया तो सवाल उठा कि अब चिताओं को मुखाग्नि कौन देगा। तुलसीदास के परिवार का रिश्तेदारों से भी मेलजोल या व्यवहार नहीं था। तुलसीदास चार भाइयों में छोटे थे। एक भाई का निधन हो चुका है। दो बड़े भाई मोहनदास और संतदास सुलेमसराय और मीरापट्टी में रहकर अपना व्यवसाय करते हैं। पुलिस से सूचना पाकर दोनों भाई संतदास और मोहनदास पहले घर फिर शुक्रवार को पोस्टमार्टम हाउस पहुंच गए। उनका कहना था कि तुलसीदास और आतिश ज्यादा मतलब नहीं रखते थे। आना जाना भी नहीं होता था। एसपी सिटी ने बताया कि परिवार और रिश्ते के पांच लोगों ने मिलकर रसूलाबाद घाट पर चिताओं को मुखाग्नि दी। इस दौरान कुछ ही लोग थे। इससे पहले पोस्टमार्टम के बाद शवों को घर तक ले जाना चाहा मगर अफसरों ने मना कर दिया।

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