माघ मेला में पुलिस का ऐसा सेवाभाव देख लाखों श्रद्धालु हो गए मुरीद Prayagraj News

एडीजी प्रेम प्रकाश भी मेला पुलिस को मदद के लिए प्रेरित करते रहे।सिविल डिफेंस और जिला अपराध निरोधक समिति के सदस्य भी मेले में श्रद्धालुओं की सहायता के लिए तत्पर रहे।

By Brijesh SrivastavaEdited By: Publish:Sat, 25 Jan 2020 11:08 AM (IST) Updated:Sat, 25 Jan 2020 11:08 AM (IST)
माघ मेला में पुलिस का ऐसा सेवाभाव देख लाखों श्रद्धालु हो गए मुरीद  Prayagraj News
माघ मेला में पुलिस का ऐसा सेवाभाव देख लाखों श्रद्धालु हो गए मुरीद Prayagraj News

प्रयागराज,जेएनएन। माघ मेला के मुख्य स्नान पर्व मौनी अमावस्या पर देश भर से आए लाखों श्रद्धालुओं को पुलिस ने सेवा भाव से गदगद कर दिया। पुलिस अफसरों की लगातार हिदायतों का ही असर है कि माघ मेला में ज्यादातर पुलिसकर्मियों का बर्ताव मददगार की तरह रहा। सिपाही और दारोगा ही नहीं अफसर भी मेले में बुजुर्गो, दिव्यांग स्नानार्थियों, महिलाओं को सड़क पार करने या घाट तक जाने में सहायता करते नजर आए।

घाट पर बुजुर्गों का हाल पूछते रहे आईजी

आइजी केपी सिंह घाट पर बुजुर्गों हाल पूछते रहे तो एडीजी प्रेम प्रकाश भी मेला पुलिस को मदद के लिए प्रेरित करते रहे।सिविल डिफेंस और जिला अपराध निरोधक समिति के सदस्य भी मेले में श्रद्धालुओं की सहायता के लिए तत्पर रहे। अपराध निरोधक समिति के सचिव संतोष कुमार श्रीवास्तव के मुताबिक, समिति के स्वयं सेवकों ने मेले में अलग शिफ्टों में रात दिन काली सड़क, लाल सड़क, जगदीश रैैंप, बड़े हनुमान मंदिर, अक्षयवट, संगम, मिंटो पार्क मार्ग, हर्षवर्धन चौराहा, अलोपीबाग चौराहा, दारागंज रेलवे स्टेशन, अरैल घाट, रामबाग रेलवे स्टेशन, बैरहना चौराहा, रेलवे स्टेशन चौराहा, सिविल लाइंस बस अड्डा, चौक, जानसेनगंज चौराहा आदि स्थानों पर भीड़ तथा यातायात नियंत्रण में पुलिस प्रशासन के साथ मिलकर काम किया। इसके अलावा समिति के माघ मेला शिविर में जीवन रक्षक दवाओं का वितरण और रोगियों का परीक्षण डॉ. भंवर सिंह के निर्देशन में हुआ। इसमें सचिव संतोष के साथ मोतीलाल सिंह, रामराज सिंह, विशाल श्रीवास्तव, भावना त्रिपाठी, राजेश कुमार आदि भी शामिल रहे।

श्रद्धालुओं ने की पुलिस की सराहना

पुलिस द्वारा मिली सहायता की श्रद्धालु भी सराहना करते रहे। सीधी जनपद से आए रामसेवक और उनकी 65 वर्षीय पत्नी रामरती को संगम घाट पर एक महिला इंस्पेक्टर ने पानी से बाहर आने  में मदद की थी। रामरती ने इंस्पेक्टर को आशीर्वाद दिया, जुग जुग जियो ... । इसी तरह परेड मैदान से पैदल संगम की तरफ जा रही बुजुर्ग महिलाओं को रैपिड एक्शन फोर्स के सिपाही ने ई रिक्शा बुलाकर बैठाया तो भी गदगद होकर बोलीं, खुश रहो बेटवा ... ।

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