Acid Seized: एसडीएम ने मारा छापा, प्रतापगढ़ की दुकान से एक हजार लीटर एसिड किया जब्त

दुकान का लाइसेंस इनके पिता राकेश श्रीवास्तव ने नाम था। पिता की मौत के बाद अमित ने लाइसेंस का नवीनीकरण नहीं कराया था। इसकी भनक लगने पर एसडीएम सदर मोहनलाल गुप्ता ने रविवार की शाम फोर्स के अमित की दुकान पर छापा मारा तो वे नवीनीकृत लाइसेंस नहीं दिखा सके।

By Ankur TripathiEdited By: Publish:Mon, 20 Sep 2021 06:40 AM (IST) Updated:Mon, 20 Sep 2021 06:40 AM (IST)
Acid Seized: एसडीएम ने मारा छापा, प्रतापगढ़ की दुकान से एक हजार लीटर एसिड किया जब्त
पुलिस ने दुकानदार सहित दो लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है।

प्रतापगढ़, जागरण संवाददाता। शहर के राजापाल टंकी चौराहे के पास स्थित दुकान पर छापा मारकर एसडीएम सदर ने एक हजार लीटर एसिड जब्त कर ली। इस मामले में पुलिस ने दुकानदार सहित दो लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। पुलिस का कहना है कि इन दोनों आऱोपितों के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है।

बगैर लाइसेंस की जा रही थी बिक्री

नगर कोतवाली क्षेत्र के गायघाट निवासी अमित श्रीवास्तव की राजापाल टंकी चौराहे के पास एसिड की दुकान है। दुकान का लाइसेंस इनके पिता राकेश श्रीवास्तव ने नाम था। पिता की मौत के बाद अमित ने लाइसेंस का नवीनीकरण नहीं कराया था। इसकी भनक लगने पर एसडीएम सदर मोहनलाल गुप्ता ने रविवार की शाम फोर्स के अमित की दुकान पर छापा मारा तो वे नवीनीकृत लाइसेंस नहीं दिखा सके। इस पर दुकान पर रखे 25 गैलन में भरे 1010 लीटर एसिड को जब्त कर लिया गया। एसएसआइ ने बताया कि एसिड को जब्त करके दुकानदार सहित दो लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। उधर, एसडीएम ने शहर में स्थित तीन-चार और दुकानों में छापा मारा।

एसडीएम बनकर धौंस जमाने वाला पकड़ा गया

एसडीएम बनकर एसओ व सीओ को फोनकर करने वाले आरोपित को पाबंद करके पुलिस ने चेतावनी देते हुए छोड़ दिया। शनिवार को खुद को एसडीएम बताते हुए दादूंपुर गांव के युवक ने सीओ अतुल अंजान त्रिपाठी व एसओ अनिल पांडेय को फोन किया और कहा कि थाने में बंद सुहैल को छोड़ दो। सीओ को शक हुआ तो उन्होंने मामले की जांच पड़ताल की। वह फर्जी निकला, फिर क्या था। पुलिस एसडीएम बनकर फोन करने वाले युवक को हिरासत में लेकर थाने लाई। पूछताछ करने के बाद पाबंद की कार्रवाई करते हुए उसे चेतावनी देकर छोड़ दिया। एसओ अनिल पांडेय का कहना है कि पूरेगोलिया गांव निवासी फैसल को पूछताछ के लिए थाना में लाया गया था। उसी को छुड़ाने के लिए दादूपुर गांव के युवक ने खुद को एसडीएम बताकर फोन किया।

chat bot
आपका साथी