इलाहाबाद विश्वविद्यालय शिक्षक भर्ती में गरीब सवर्णों को 10 फीसद आरक्षण

इलाहाबाद विश्वविद्यालय में 558 पदों पर होने वाली शिक्षकों की भर्ती में गरीब सवर्णों को 10 फीसद आरक्षण मिलेगा। इविवि फैकेल्टी रिक्रूटमेंट सेल के निदेशक अनुपम दीक्षित ने इसकी पुष्टि की।

By Brijesh SrivastavaEdited By: Publish:Sun, 10 Mar 2019 05:36 PM (IST) Updated:Sun, 10 Mar 2019 05:36 PM (IST)
इलाहाबाद विश्वविद्यालय शिक्षक भर्ती में गरीब सवर्णों को 10 फीसद आरक्षण
इलाहाबाद विश्वविद्यालय शिक्षक भर्ती में गरीब सवर्णों को 10 फीसद आरक्षण

प्रयागराज : इलाहाबाद विश्वविद्यालय में 558 पदों पर होने वाली शिक्षक भर्ती में गरीब सवर्णों को दस फीसद आरक्षण का लाभ मिलेगा। 558 पदों में 66 पद प्रोफेसर, 136 पद एसोसिएट प्रोफेसर और 336 पद असिस्टेंट प्रोफेसर के हैं। इस बात की जानकारी इविवि फैकेल्टी रिक्रूटमेंट सेल के निदेशक अनुपम दीक्षित ने दी।

 दरअसल, प्रदेश सरकार ने सरकारी नौकरियों और शैक्षणिक संस्थानों में सामान्य वर्ग में आर्थिक रूप से कमजोर लोगों को दस फीसदी आरक्षण देने का प्रस्ताव मंजूर कर लिया था। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अध्यक्षता में राज्य मंत्रिपरिषद की बैठक में यह महत्वपूर्ण फैसला लिया गया था।

केंद्र सरकार ने संविधान में संशोधन किया था

केंद्र सरकार की ओर से 12 जनवरी 2019 को जारी अधिसूचना के माध्यम से भारत के संविधान में संशोधन किया था। इसके तहत सरकारी सेवाओं की सभी श्रेणियों में नियुक्ति और सरकारी शैक्षणिक संस्थानों में प्रवेश के लिए आर्थिक रूप से कमजोर सवर्णों के लिए अधिकतम दस प्रतिशत का आरक्षण अनुमोदित किया गया था। इस प्रस्ताव को इविवि की शिक्षक भर्ती में भी लागू किया गया है। 

कहते हैं इविवि रिक्रूटमेंट सेल के निदेशक

इलाहाबाद विश्वविद्यालय फैकेल्टी रिक्रूटमेंट सेल के निदेशक अनुपम दीक्षित का कहना है कि गरीब सवर्णों के पद कितने होंगे इस बात की जानकारी जल्द ही वेबसाइट पर जारी कर दी जाएगी।

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