टमाटर, आलू और प्याज के भाव छू रहे 'आसमान ', जानिए प्रयागराज में रेट बढ़ने का कारण

जब से सरकार ने कहीं भी बेचने की छूट दे दी। कोल्ड स्टोरेज मालिक किसानों से सीधे आलू खरीदकर बड़े व्यापारियों को बाहर भेज दे रहे हैं।

By Brijesh SrivastavaEdited By: Publish:Thu, 17 Sep 2020 08:49 AM (IST) Updated:Fri, 18 Sep 2020 07:01 AM (IST)
टमाटर, आलू और प्याज के भाव छू रहे 'आसमान ', जानिए प्रयागराज में रेट बढ़ने का कारण
टमाटर, आलू और प्याज के भाव छू रहे 'आसमान ', जानिए प्रयागराज में रेट बढ़ने का कारण

प्रयागराज, जेएनएन। एक ओर तो कोरोना वायरस के संक्रमण से प्रयागराज के लोग परेशान हैं। उस पर सब्जियों के रेट आसमान छूने से दिक्‍कत बढ़ गई है। रसोई का इन सब्जियों ने स्‍वाद ही खराब कर रखा है।  आलू, प्याज और टमाटर का भाव अधिं है। प्याज की कीमत में तेजी फसलों का नुकसान बताया जा रहा है। वहीं  आलू के दाम बढऩे का कारण कोल्ड स्टोरेज मालिकों की मुनाफाखोरी है। जबकि टमाटर महंगा होने की वजह सीजन न होने के साथ दूसरे प्रांत से आने से काफी मालभाड़ा लगना है।

मांग के सापेक्ष आलू की आवक कम

आलू गंगापार के आलाावा कौशांबी, फतेहपुर, खागा, कानपुर, सिकोहाबाद, आगरा, इटावा जिलों के कोल्ड स्टोरेज से आ रहा है। डिमांड के मुताबिक आलू कम (प्रतिदिन 25 से 30 टन) आ रही है। प्याज नासिक, बेंगलुरु और राजस्थान से आती है। मगर, बारिश की वजह से वहां फसलें खराब हो गई हैं। यूपी में जो प्याज बोई गई, बारिश से खराब हो गई। इसकी वजह से कीमत में उछाल आया है।

टमाटर का थोक रेट भी बढ़ा है

टमाटर बेंगलुरु से आ रहा है। इनका थोक रेट बढऩे से फुटकर दाम में भी वृद्धि हुई है। शास्त्री नगर में रहने वाली गृहिणी कंचन देवी कहती हैं कि बढ़ती कीमत ने किचेन का बजट सवा गुना बढ़ा दिया है। मुंडेरा फल एवं सब्जी व्यापार मंडल के अध्यक्ष सतीश कुशवाहा ने बताया कि पहले किसान अपना माल मंडी में बेचता था। वहीं जब से सरकार ने कहीं भी बेचने की छूट दे दी। कोल्ड स्टोरेज मालिक किसानों से सीधे आलू खरीदकर बड़े व्यापारियों को बाहर भेज दे रहे हैं।     

सब्जी              कीमत थोक-      फुटकर

आलू जी-4  -        30 से 32     -  40

आलू गोला  -        24 से 28     -  40

प्याज -             25 से 30     -  35

टमाटर    -         40 से 45     -  80

 नोट: रेट रुपये प्रति किलो में।

दाल, तेल और घी की कीमत में फिर उछाल

इस हफ्ते दाल की कीमत चार, सरसों तेल दो व वनस्पति घी के दाम में तीन रुपये किलो की बढ़ोतरी हुई।

अरहर की दाल एमपी, छत्तीसगढ़ व महाराष्ट्र से आती है। यहां ज्यादा बारिश होने से फसलें खराब हुईं।

सरसों का तेल, घी की कीमत में बढ़ोतरी कंपनियों के दाम बढ़ाना और आवक कम होने से हे गई है।

फार्चून का रेट प्रति टीन (15 लीटर) 15 रुपये, फुटकर कीमतों में पांच से 10 रुपये की वृद्धि हुई है।   

पामोलीन के मूल्य में 60 रुपये प्रति टीन (15 किलो) की वृद्धि हुई है। इलाहाबाद गल्ला तिलहन व्यापार मंडल के अध्यक्ष सतीश केसरवानी ने बताया कि मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और महाराष्ट्र में काॢतक माह तक दाल की फसल तैयार हो जाती है। फसलें खराब होने से दाल की कीमत में तेजी आई है। चीनी, आटा, सूजी, मैदा का दाम स्थिर है।

सामग्री   -     रेट  थोक (पहले और अब)-   फुटकर (पहले और अब)

अरहर की दाल-    8400  -   8800      -   95    - 100

सरसों का तेल  -  1800   - 1850       -   110    - 120

फार्चून   -     1470  -  1485      -    100   - 110

पामोलीन     -    1410  - 1470       -    90    - 100

नोट: थोक रेट रुपये प्रति कुंतल, 15 किलो और 15 लीटर प्रति टीन, फुटकर कीमत रुपये प्रति किलो में।

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