चढ़ते तापमान को देख आंधी और पानी की संभावना बढ़ी

आसमान से आग बरस रही है। सूरज की तल्ख किरणें लोगों को झुलसा रही है। इससे जिंदगी समह गई है। चढ़ते तापमान को देखकर मौसम विज्ञानियों ने आंधी-पानी की संभावना जताई है।

By Brijesh SrivastavaEdited By: Publish:Tue, 30 Apr 2019 05:19 PM (IST) Updated:Tue, 30 Apr 2019 05:19 PM (IST)
चढ़ते तापमान को देख आंधी और पानी की संभावना बढ़ी
चढ़ते तापमान को देख आंधी और पानी की संभावना बढ़ी

इलाहाबाद : मौसम अपने तेवर में है। बीते पांच दिनों से सूरज तमतमाया हुआ है। मंगलवार को भी आसमान से आग बरसती रही। इससे शहर की रफ्तार थमी नजर आई और जिंदगी सहमी। गर्म हवाओं से शरीर झुलसता रहा। लोग छांव की तलाश करते रहे। मौसम विभाग की मानें तो जिस तरह पारा चढ़ रहा है, उससे आंधी-पानी की संभावना बढ़ गई है।

 सूरज के तेज से सहमी जिंदगी, आसमान से बरस रही आग

मौसम रोज बदल रहा है। तापमान कभी ऊपर तो कभी नीचे आ जा रहा है। बीते शुक्रवार को तो जिले का तापमान 46.5 डिग्री सेल्सियस पहुंच गया था। वहीं शनिवार को एक बार फिर लुढ़ककर 43.3 डिग्री पर पहुंच गया। इसके बाद इसमें फिर वृद्धि हो गई। रविवार को अधिकतम पारा 45 डिग्री सेल्सियस पर पहुंच गया। वहीं सोमवार 43 के आसपास और मंगलवार को एक बार फिर तापमान थोड़ा बढ़ ही गया। बीते एक पखवारे में कई बार तापमान लुढ़क कर फिर चढ़ा है। 

तापमान बढऩे के साथ ही पश्चिमी हवाओं का वर्चस्व

तापमान बढऩे से पश्चिमी हवाओं को भी पैर जमाने का मौका मिल गया है। सोमवार के बाद मंगलवार को सुबह से ही तीखी धूप परेशान करने लगी थी। दोपहर में तो धूप में एक पल खड़े होना मुश्किल हो गया था। गर्म हवा के थपेड़े भी परेशान कर रहे थे। लोग छांव की तलाश करते दिख रहे थे। स्कूल से लौटते बच्चे भी पानी की खाली बोतल में मुंह लगाते नजर आए। सोमवार को अधिकतम तापमान 43.6 और न्यूनतम पारा 25.3 डिग्री सेल्सियस रहा। अधिकतम आद्र्रता 46.1 और न्यूनतम नौ फीसद रही। मंगलवार को बढ़े तापमान का अभी तक अनुभव हो रहा है।

बोले मौसम विज्ञानी

मौसम विज्ञानी डॉ. एसएस ओझा बताते हैं तापमान दो-तीन दिन भी लगातार चढ़ा रहा तो फिर आंधी-पानी दस्तक दे सकते हैं।

गर्मी से बचने का ऐसे करें जतन

-दिन में 3-4 बार चेहरे को ठंडे पानी से धोएं।

-बाहर निकलने से पहले अपने चेहरे को ढंकना न भूलें।

-आंखों को संक्रमण और धूल-मिट्टी से बचाने के लिए धूप वाला चश्मा जरूर लगाएं।

- खूब पानी पीएं और रस भरे फलों का सेवन करें।

-ऐसे पेय पदार्थों से बचें, जो पेट में गैस पैदा करते हैं। 

-नारियल पानी का सेवन करें।

-चने को भी डाइट में प्रमुखता से शामिल करें।

-फलों में मौसमी, तरबूज, खरबूजा आदि इस मौसम में काफी फायदेमंद होते हैं।

- धनिया, पुदीना, आंवला, प्याज आदि की चटनी बना कर खाने के साथ खाएं।

बीपी की समस्या है तो यह करें 

बीपी का खतरा इस मौसम में बढ़ जाता है। इसके अलावा मधुमेह के रोगियों में डिहाइड्रेशन होने की आशंका भी रहती है। ऐसे लोग खाने का समय निश्चित रखें और पानी व तरल पदार्थ समय-समय पर लेते रहें। इस मौसम में खाना बिल्कुल न छोड़ें। मूंग की खिचड़ी ले सकते हैं। यह पेट के लिए काफी फायदेमंद रहती है।

chat bot
आपका साथी