Allahabad University छात्रसंघ मसले पर राजनीति, भीम आर्मी चीफ प्रयागराज दौरे के दौरान कह गए ये बेबाक बातें
भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर ने प्रयागराज दौरे के दौरान चेतावनी देते हुए कहा था कि यदि इलाहाबाद विश्वविद्यालय छात्रसंघ की मांग करने वाले किसी आंदोलनकारी धमकी प्रताड़ना या उन पर मुकदमा होता है तो मैं खुद आकर यहां धरने पर बैठ जाऊंगा। उसका जिम्मेदार स्वयं जिला प्रशासन होगा।
प्रयागराज, जागरण संवाददाता। इलाहाबाद विश्वविद्यालय छात्रसंघ को लेकर राजनीतिक गलियारे में हरकत है। इस मसले को लेकर पिछले दिनों प्रयागराज दौरे पर आए भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर आजाद रावण ने बेबाक बातें भी कही थी। उन्होंने इलाहाबाद विश्वविद्यालय प्रशासन को चेतावनी दे डाली। कहा कि यदि जल्द से जल्द छात्रसंघ बहाली नहीं हुई तो वह स्वयं सब कुछ छोड़कर यहां आकर अनशन पर बैठ जाएंगे। विश्वविद्यालय प्रशासन व सरकार से छात्रसंघ छीन लेंगे।
धरने पर बैठने की कही थी बात
भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर ने प्रयागराज जिला प्रशासन को भी चेतावनी देते हुए कहा था कि यदि किसी आंदोलनकारी पर किसी भी प्रकार की धमकी, प्रताड़ना या मुकदमा होता है तो मैं खुद आकर यहां धरने पर बैठ जाऊंगा। उसका जिम्मेदार स्वयं जिला प्रशासन होगा।
अनशन को समर्थन देने पहुंचे थे भीम आर्मी चीफ रावण
भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर आजाद रावण इलाहाबाद केंद्रीय विश्वविद्यालय में छात्रसंघ बहाली आंदोलन को समर्थन देने पहुंचे थे। सबसे पहले उन्होंने शहीद लाल पदमधर को माल्यार्पण किया। इसके बाद आंदोलन के नेतृत्वकर्ता छात्रनेता अजय यादव सम्राट से फोन के माध्यम से वार्ता की। उनक तबीयत के बारे में जानकारी ली। क्योंकि अचानक मुंह और नाक से ब्लीडिंग होने की वजह से अजय सम्राट अस्पताल में एडमिट हैं। उन्होंने कहा छात्र इतने दिनों से आंदोलनरत हैं और विश्वविद्यालय प्रशासन का कोई भी प्रतिनिधि उनसे वार्ता तक करने नहीं आया। सरकार ही नहीं चाहती है कि गांव गरीब खेत खलिहान मजदूर का बेटा आगे बढ़े और उनकी आंख में आंख डालकर उनसे बात करें।
छात्रसंघ बहाली के लिए लड़ेंगे लड़ाई
छात्रों का आरोप है कि छात्रसंघ बहाली आंदोलन के नेतृत्वकर्ता अजय यादव सम्राट लगातार विश्वविद्यालय प्रशासन व जिला प्रशासन की प्रताड़ना के चलते बीमार हो गए हैं उनसे भी फोन पर वार्ता करते हुए आंदोलन आंदोलन को समर्थन दिया। आश्वासन दिया कि छात्रसंघ बहाली वह उनके साथ कदम से कदम मिलाकर खड़े हैं। जरूरत पड़ेगी तो वह स्वयं आकर आंदोलन को धार देने का काम करेंगे। यह आंदोलन लंबे समय से चल रहा है।
इनकी भी रही मौजूदगी
इस मौके पर अजमल खान, विनय सागर, बंदना सोनकर, अरविंद सोनकर, निर्मल राव, पूनम कोरी, शिव अंबेडकर, राज गौतम, पंकज सोनकर, राहुल सरोज, वीरेंद्र विद्यार्थी, दीपक पटेल, वीरेंद्र पटेल, उपेंद्र भारती, राम नरेश यादव, प्रमोद यादव, सचिन यादव, सिद्धार्थ गोलू, मयंक प्रसाद, चंदन चौधरी, सुजीत मल्ल, सत्येंद्र यादव आदि लोग उपस्थित रहे।