अच्छे पौधे रोपने की सीख दे रहा नवपुण्या का वीडियो, जागरण इंफोग्राफिक्स का संकलन कर यू-ट्यूब पर डाला

नवपुण्या ने समाचारीय अभियान के तहत प्रकाशित विभिन्न प्रजातियों के उपयोगी पेड़ों के इंफोग्राफ की जानकारी अपनी मां से ली। जब उसे यह जानकारी व्यापक प्रचार प्रसार लायक लगी तो उसने इंफोग्राफ की कटिंग संकलित की और उसका पोस्ट तैयार कर लिया

By Ankur TripathiEdited By: Publish:Sun, 04 Jul 2021 01:15 AM (IST) Updated:Sun, 04 Jul 2021 07:05 PM (IST)
अच्छे पौधे रोपने की सीख दे रहा नवपुण्या का वीडियो, जागरण इंफोग्राफिक्स का संकलन कर यू-ट्यूब पर डाला
कक्षा चौथी की छात्रा नवपुण्या नवीन ने की पौधे लगाने और पेड़ बचाने की अपील

प्रयागराज, जागरण संवाददाता। पर्यावरण संरक्षण के लिए जरूरी हैै कि आक्सीजन देने वाले औषधीय पेड़ हमारी धरती पर हों। इस साल जून के दूसरे पखवाड़े में 'दैनिक जागरण ने इसी आवश्यकता की तरफ लोगों को जागरूक करने के लिए समाचारीय श्रृंखला 'आओ रोपे अच्छे पौधे चलाई थी। इसके तहत 15 से 30 जून तक हर दिन ऐसे पेड़ों की जानकारी इंफोग्राफ के रूप में प्रकाशित हुई, जो आक्सीजन की प्रचुरता के लिए भी जाने जाते हैैं। नई पीढ़ी में इससे चेतना जग रही है। कक्षा चार में पढऩे वाली नवपुण्या नवीन ने तो इस सामग्री का पोस्टर बनाने के बाद शार्ट वीडियो बनाते हुए उसे यू-ट्यूब पर भी साझा किया है।

दैनिक जागरण में प्रकाशित सामग्री को उन्होंने समाज के लिए अमूल्य

म्योराबाद निवासी नवपुण्या नवीन की मां डीएस नवीन केंद्रीय विद्यालय ओल्ड कैंट में शिक्षिका हैं और पिता नवेंदू नवीन एसटीएफ में क्षेत्राधिकारी (सीओ)। नवपुण्या ने समाचारीय अभियान के तहत प्रकाशित विभिन्न प्रजातियों के उपयोगी पेड़ों के इंफोग्राफ की जानकारी अपनी मां से ली। जब उसे यह जानकारी व्यापक प्रचार प्रसार लायक लगी तो उसने इंफोग्राफ की कटिंग संकलित की। जामुन, महुआ, बहेड़ा, बेल, गूलर, कटहल, सेमल, आम, अर्जुन, पीपल, अशोक, बरगद, इंसुलिन, नीम, बांस और पाकड़ से जुड़ी सामग्री (कटिंग) को चार्ट पेपर पर चिपकाया। इसके बाद 1:17 मिनट का शार्ट वीडियो बनाया। इसमें वह लोगों से इन प्रजातियों के पेड़ों के लिए इनके पौधों को लगाने की अपील कर रही हैं। शिक्षिका मां का कहना है कि वह अपने स्कूल में विद्यार्थियों से प्रोजेक्ट बनवाएंगी। बच्चों को इन पेड़ों की खूबियां बताएंगी। इससे ज्ञानवर्धन तो होगा ही, बच्चे पौधे लगाने के प्रति प्रेरित भी होंगे। 'दैनिक जागरण में प्रकाशित सामग्री को उन्होंने समाज के लिए अमूल्य बताया।

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