मायके पहुंचीं मां, पान-सुपाड़ी से उतारी गई नजर
जागरण संवाददाता प्रयागराज शारदीय नवरात्र की पंचमी तिथि पर बुधवार को मां दुर्गा बच्चों के संग मायके पहुंच गई। दुर्गा पूजा पंडालों में मां की प्रतिमा स्थापित होते ही बारवारी कमेटी के लोगों ने जयकारा लगाया। बंगाली समाज ने नाच गा कर मां का आहवान किया।
जागरण संवाददाता, प्रयागराज : शारदीय नवरात्र की पंचमी तिथि पर बुधवार को मां दुर्गा बच्चों के संग मायके (पूजा पंडाल) पहुंच गई। बंगाली समुदाय के लोगों ने बोधन (देवलोक से मां के आगमन) की खुशी मनाई। ढोल-नगाड़ों की थाप पर नृत्य करके 'जय मां दुर्गा, मां भगवती की जय' का जयकारा लगाते हुए स्वागत किया। मंत्रोच्चार के बीच पान व सुपाड़ी से मां की नजर उतारी गई। बेल की डालियों को 11 बार घुमाकर पूजन हुआ। गुरुवार को षष्ठी तिथि पर मां का आमंत्रण किया जाएगा। कोरोना संक्रमण की भयावह स्थिति के कारण इस बार दुर्गा पूजा सिर्फ परंपरा के निर्वहन के लिए सादगी से हो रही है।
शहर में गोविंदपुर, लूकरगंज, कर्नलगंज, सोहबतियाबाग, दारागंज, लूकरगंज, साउथ मलाका, राजरूपपुर, अशोकनगर, नया कटरा आदि मोहल्लों में पंडाल लगाकर मां दुर्गा की पांच फिट या उससे छोटी प्रतिमा स्थापित की गई है। जबकि सिविल लाइंस, जार्जटाउन, शाहगंज, शास्त्रीनगर आदि बारवारियां परंपरा के निर्वहन के लिए सिर्फ घट पूजा करवा रही हैं।
--------------- आज होगा मां का आमंत्रण
नवरात्र की षष्ठी तिथि पर गुरुवार की सुबह दुर्गा पूजा पंडालों में घट स्थापित करके विधि-विधान से मां का पूजन करके फल, फूल, मिष्ठान अर्पित किया जाएगा। जबकि शाम छह बजे के बाद उनका विधिवत आमंत्रण किया जाएगा। मंत्रोच्चार के बीच मां को लाल साड़ी, चूड़ी, बिंदी आदि श्रृंगार की वस्तुएं, अस्त्र-शस्त्र अर्पित किए जाएंगे। साथ ही विधि-विधान से पूजन होगा।
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बिना मास्क के प्रवेश वर्जित
कोरोना संक्रमण के मद्देनजर दुर्गा पूजा पंडालों में विशेष सतर्कता बरती जा रही है। पूजा पंडालों में बिना मास्क लगाए किसी श्रद्धालु को प्रवेश नहीं मिलेगा। गेट पर सैनिटाइज करके प्रवेश दिया जाएगा। पंडाल के अंदर दो गज की दूरी पर खड़ा किया जाएगा।