तीमारदार गुस्से में बात करें तो भी चिकित्‍सक मरीज का करें इलाज

चिकित्‍सा शिक्षा मंत्री आशुतोष टंडन ने एसआरएन अस्‍पताल के निरीक्षण भवन का लोकार्पण किया। कहा कि चिकित्‍सक मरीज की सच्‍ची लगन से इलाज करें।

By Brijesh SrivastavaEdited By: Publish:Thu, 17 Jan 2019 10:07 PM (IST) Updated:Fri, 18 Jan 2019 07:15 AM (IST)
तीमारदार गुस्से में बात करें तो भी चिकित्‍सक मरीज का करें इलाज
तीमारदार गुस्से में बात करें तो भी चिकित्‍सक मरीज का करें इलाज

प्रयागराज : प्रदेश के चिकित्सा शिक्षा मंत्री आशुतोष टंडन ने एसआरएन अस्पताल में डॉक्टरों को सेवा भाव से मरीजों की मदद करने का आह्वान किया।

 वह एसआरएन (स्वरूप रानी नेहरू) अस्पताल में नवनिर्मित रिसेप्शन हॉल व माड्यूलर ओटी का लोकार्पण करने पहुंचे थे। उन्होंने अस्पताल में कुंभ संबंधित हुए कार्यों का निरीक्षण भी किया। अस्पताल में पान की पीक दिखने पर उन्होंने इसे तत्काल साफ कराने का निर्देश दिया।

मंत्री आशुतोष टंडन ने डॉक्टरों व अस्पताल कर्मचारियों को संबोधित करते हुए कहा कि जब कोई तकलीफ में होता है तो उस समय वह अस्पताल में डॉक्टर के पास आता है। ऐसी स्थिति में तीमारदार बहुत परेशान होता है और स्वाभाविक है कि उसे गुस्सा भी आ सकता है। ऐसे तीमारदार के गुस्से को नजरअंदाज करते हुए उनके मरीज का बेहतर इलाज करें।

कहा, चिकित्सा शिक्षा की बेहतर बना रही सरकार

चिकित्सा शिक्षा मंत्री आशुतोष टंडन ने कहा कि सरकार चिकित्सा शिक्षा को और बेहतर बनाने में जुटी है। इसी उद्देश्य से प्रदेश में 13 मेडिकल कॉलेज का निर्माण हो रहा है। एसआरएन परिसर में 200 बेड का सुपर स्पेशलिटी ब्लॉक शीघ्र ही चालू हो जाएगा। पिछले डेढ़ सालों में इस अस्पताल में काफी सुधार हुआ हैै।

भगवान का रूप है डॉक्टर : नंदी

कैबिनेट मंत्री नंद गोपाल गुप्ता नंदी ने कहा कि डॉक्टर तो भगवान का रूप होता है। हमें भी पुनर्जन्म देने वाला डॉक्टर ही है। मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ. एसपी सिंह ने आभार जताया। कार्यक्रम का संचालन डॉ. संतोष सिंह ने किया। इस मौके पर विधायक राजमणि कोल, अवधेश गुप्ता, कन्हैया लाल पांडेय, अमरनाथ त्रिपाठी, शिवदत्त पटेल, प्रमुख अधीक्षक डॉ. एके श्रीवास्तव, उप अधीक्षक गौतम त्रिपाठी, डॉ. सरिता बजाज, डॉ. बीबी सिंह, डॉ. पीयूष सक्सेना आदि रहे।

मंत्री से मानदेय न मिलने की शिकायत

अस्पताल के आउटसोर्सिंग कर्मचारियों ने मंत्री को ज्ञापन सौंपा। अवगत कराया कि आउटसोर्सिंग के करीब ढाई सौ कर्मचारी अस्पताल में कार्यरत हैं। इन्हें पिछले चार माह से मानदेय नहीं मिल रहा है। मंत्री ने इसके लिए आश्वासन दिया। ज्ञापन देने वालों में मनीष मिश्र, अंकित सेन यादव, प्रियंका, चंद्रजीत आदि रहे।

chat bot
आपका साथी