शहर के पांच स्कूलों में बनेंगे मिनी स्‍पोटर्स कॉम्प्लेक्स Prayagraj News

इनमें कबड्डी खो-खो वॉलीबाल बास्केटबॉल हॉकी बैडमिंटन टेनिस सहित कई अन्य खेल की सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी।

By Brijesh SrivastavaEdited By: Publish:Sat, 11 Jul 2020 06:52 PM (IST) Updated:Sat, 11 Jul 2020 06:52 PM (IST)
शहर के पांच स्कूलों में बनेंगे मिनी स्‍पोटर्स कॉम्प्लेक्स Prayagraj News
शहर के पांच स्कूलों में बनेंगे मिनी स्‍पोटर्स कॉम्प्लेक्स Prayagraj News

प्रयागराज,जेएनएन। स्मार्ट सिटी योजना के तहत शहर के पांच प्रमुख इंटर कॉलेजों में मिनी स्‍पोटर्स काम्प्लेक्स विकसित किए जाएंगे। इसका लाभ स्कूल के विद्यार्थियों के साथ ही अन्य लोगों को भी मिल सकेगा।

राजकीय इंटर कॉलेज (जीआइसी) के प्रधानाचार्य देवेंद्र सिंह ने बताया कि जीआइसी, कर्नलगंज इंटर कॉलेज, एंग्लो बंगाली इंटर कॉलेज, डीएवी इंटर कॉलेज और कैलासनाथ काटजू इंटर कॉलेज के खेल मैदान का प्रयोग करते हुए मिनी स्पोट्र्स कॉम्प्लेक्स का स्वरूप दिया जाएगा।

विद्यालयों के प्रधानाचार्यों व क्रीड़ा शिक्षकों की बैठक

इनमें कबड्डी, खो-खो, वॉलीबाल, बास्केटबॉल, हॉकी, बैडमिंटन, टेनिस सहित कई अन्य खेल की सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी। पिछले दिनों स्मार्ट सिटी योजना से संबद्ध टीम ने इन विद्यालयों के खेल मैदान को देखा भी है। कर्नलगंज इंटर कॉलेज के प्रधानाचार्य अजय सिंह ने भी बताया कि 15 जून को संबंधित विद्यालयों के प्रधानाचार्यों व क्रीड़ा शिक्षकों की बैठक बुलाई गई थी। इसमें खेल के विकास एवं उपकरणों के उपयोग आदि पर चर्चा की गई। जिला विद्यालय निरीक्षक के यहां से भी इस योजना को सैद्धांतिक तौर पर मंजूरी मिल चुकी है। इसी कड़ी में एलनगंज प्राथमिक व उच्च प्राथमिक विद्यालय के परिसर को भी योजना में शामिल किया गया है।

स्मार्ट होंगी कक्षाएं

जीआइसी के प्रधानाचार्य देवेंद्र सिंह ने बताया कि पांचों इंटर कॉलेजों में कक्षाओं को भी स्मार्ट बनाया जाएगा। जीआइसी में सबसे अधिक 32 कक्षाएं विकसित की जाएंगी। इसमें प्रोजेक्टर आदि लगाए जाएंगे। विद्यार्थियों के बैठने के साथ ही ऑनलाइन पढ़ाई की भी पूरी व्यवस्था रहेगी।

कॉलेज प्रबंधन में हिचक

एंग्लो बंगाली इंटर कॉलेज के प्रधानाचार्य स्वास्तिक बोस ने बताया कि खेल सुविधाएं विकसित हों, यह तो ठीक है लेकिन इसमें कॉलेज के बाहर के लोगों का भी आना जाना रहेगा। इसे लेकर कुछ सवाल खड़े हो रहे हैं। जैसे सुरक्षा और अनुशासन प्रभावित हो सकता है। इन सभी की जिम्मेदारी भी कॉलेज प्रशासन पर रहेगी जिससे कठिनाई हो सकती है। यदि योजना के तहत सभी इंतजाम सिर्फ कॉलेज के विद्यार्थियों के लिए रहें तो बेहतर होगा।

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