Prayagraj में याद की गई महाराजा सुहेलदेव की वीरता, विदेशी आक्रांताओं से की थी भारतीय संस्कृति और विरासत की रक्षा

महाराजा सुहेलदेव की जन्मतिथि मंगलवार को धूमधाम से मनाई गई। प्रशासन की ओर से एनसीजेडसीसी में आयोजित कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का वर्चुअल उदबोधन हुआ। फूलपुर की सांसद केशरी देवी पटेल ने स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के परिवार वालों को अंगवस्त्र एवं पुष्पगुच्छ देकर सम्मानित किया

By Ankur TripathiEdited By: Publish:Tue, 16 Feb 2021 08:42 PM (IST) Updated:Tue, 16 Feb 2021 08:42 PM (IST)
Prayagraj में याद की गई महाराजा सुहेलदेव की वीरता,  विदेशी आक्रांताओं से की थी भारतीय संस्कृति और विरासत की रक्षा
11वीं शताब्दी के प्रतापी राजा महाराजा सुहेलदेव की जन्मतिथि मंगलवार को धूमधाम से मनाई गई।

प्रयागराज, जेएनएन। 11वीं शताब्दी के प्रतापी राजा महाराजा सुहेलदेव की जन्मतिथि मंगलवार को धूमधाम से मनाई गई। प्रशासन की ओर से एनसीजेडसीसी में आयोजित कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का वर्चुअल उदबोधन हुआ। फूलपुर की सांसद केशरी देवी पटेल ने स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के परिवार वालों को अंगवस्त्र एवं पुष्पगुच्छ देकर सम्मानित किया। 

सांसद ने कहा कि महाराजा सुहेलदेव ने विदेशी आक्रांताओं से भारतीय संस्कृति एवं विरासत की रक्षा की थी। महाराज सुहेलदेव ने महमूद गजनवी के भांजे सालार मसूद गाजी को पराजित किया था। उनका शौर्य एवं पराक्रम वर्तमान पीढ़ी के लिए प्रेरणादायी है। इस अवसर पर शहरी उत्तरी के विधायक हर्षवर्धन वाजपेयी, मंडलायुक्त आर रमेश कुमार, मुख्य विकास अधिकारी सीपू गिरि, एडीएम सिटी अशोक कुमार कनौजिया आदि मौजूद रहे। शाम को मुख्य विकास अधिकारी सीपू गिरि ने आजाद पार्क में पहुंचकर शहीद चंद्रशेखर आजाद की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित कर दीप प्रज्ज्वलित किया। इस मौके पर जिला विकास अधिकारी एके मौर्या व उद्यान अधीक्षिका सीमा राणा समेत कई लोग मौजूद रहे। 

किसान आंदोलन के विस्तार का लिया संकल्प

संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर किसान आंदोलन एकजुटता मंच ने जॉनसेनगंज स्थित एटक कार्यालय में एक गोष्ठी आयोजित की। इस दौरान किसान नेता दीनबंधु चौधरी छोटू राम को याद कर किसान आंदोलन के विस्तार का संकल्प लिया। विचार गोष्ठी में वक्ताओं ने कहा कि दीनबंधु चौधरी छोटूराम ने अपना पूरा जीवन किसानों के हितों को आगे बढ़ाने में लगा दिया। उन्होंने कृषि में निवेश के महत्व को समझते हुए भाखड़ा नंगल बांध योजना में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। इससे सिंचाई के लिए लोगों को बारिश पर ही निर्भर न रहना पड़े। उन्हेंं रहबर-ए-ङ्क्षहद की उपाधि भी दी गई थी। वक्ताओं ने कहा कि किसान आंदोलन रुकने वाला नहीं है। गोष्ठी की अध्यक्षता नसीम अंसारी तथा संचालन डॉ. कमल उसरी ने किया। कार्यक्रम में अखिल विकल्प, राम सागर, अंतस सर्वानंद, गायत्री गांगुली, आनंद मालवीय, माता प्रसाद पाल आदि मौजूद रहे। 

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