Driving License रिसीव नहीं होने पर डाकिए ने वापस मुख्‍यालय भेजा, RTO Office से ले लें Prayagraj News

घर पहुंचने पर जब ड्राइविंग लाइसेंस रिसीव नहीं हो पाया तो डाकिए ने उसे वापस लखनऊ स्थित मुख्‍यालय भेजा। अब लोग इसे लेने के लिए परेशान हैं। आरटीओ कार्यालय जाकर ले सकते हैं।

By Brijesh SrivastavaEdited By: Publish:Sat, 02 Nov 2019 09:01 AM (IST) Updated:Sun, 03 Nov 2019 08:11 AM (IST)
Driving License रिसीव नहीं होने पर डाकिए ने वापस मुख्‍यालय भेजा, RTO Office से ले लें  Prayagraj News
Driving License रिसीव नहीं होने पर डाकिए ने वापस मुख्‍यालय भेजा, RTO Office से ले लें Prayagraj News

प्रयागराज, जेएनएन। पिछले दिनों ड्राइविंग लाइसेंस के लिए हजारों ने आवेदन किया था। वह बन भी गया और कई को मिल गया। बहुतों को नहीं मिला, क्‍योंकि ड्राइविंग लाइसेंस लेकर जब डाकिया घर पहुंचा तो किन्‍हीं कारणों से रिसीव नहीं हो पाया। इसलिए डाकिए ने वापस लखनऊ स्थित मुख्‍यालय वापस भेज दिया। अब लोग परेशान हैं कि उनका ड्राइविंग लाइसेंस कैसे मिले। हालांकि उन्‍हें परेशान होने की जरूरत नहीं है, क्‍योंकि वह आरटीओ आफिस जाकर अपना डीएल ले सकते हैं। इसके लिए उन्‍हें सिर्फ अपना पहचान पत्र दिखाना पड़ेगा। ऐसे 937 लोगों के डीएल आरटीओ कार्यालय में रखे हुए हैं। डीएल का वितरण पहली नवंबर से शुरू हुआ है।

डाकिया घर पहुंचा तो आवेदक नहीं मिले, डीएल वापस भेजा गया लखनऊ

आरटीओ कार्यालय में डीएल बनाने की प्रक्रिया पूरी होने के बाद कार्ड लखनऊ से बनकर आवेदक के घर डाक के माध्यम से पहुंचता है। हालांकि कुछ लोगों के घर डाकिया पहुंचा तो आवेदक नहीं मिले। इसके बाद उसने डीएल यानी ड्राइविंग लाइसेंस को परिवहन मुख्यालय लखनऊ को वापस भेज दिया। ऐसे ही प्रयागराज मंडल के 937 लाइसेंस लखनऊ लौट गए। इसमें प्रयागराज के 655, प्रतापगढ़ के 272, फतेहपुर के 70 और कौशांबी के 30 हैं। लाइसेंस न मिलने के कारण लोग कुछ दिनों से आरटीओ कार्यालय और परिवहन आयुक्त कार्यालय के चक्कर लगा रहे थे। ऐसे में परिवहन आयुक्त के यहां से बने डीएल को आरटीओ कार्यालय प्रयागराज भेज दिया गया।

बोले एआरटीओ, सात दिसंबर तक जरूर ले लें अपना डीएल

एआरटीओ सियाराम वर्मा ने बताया कि जिन लोगों को कई महीने से डीएल नहीं मिला है। वह अपनी आइडी के संग कार्यालय आकर डीएल प्राप्त कर सकते हैं। नहीं आने पर सात दिसंबर तक वापस परिवहन आयुक्त कार्यालय लखनऊ भेज दिया जाएगा, जहां पर उसे नष्ट कर दिया जाएगा।

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