खाद्य आयुक्त ने सीएमओ को लगाई फटकार

प्रदेश सरकार के खाद्य एवं रसद विभाग के आयुक्त बुधवार को प्रतापगढ़ के कुंडा में थे। सीएचसी में बाहर से दवा लिखने पर उन्होंने सीएमओ को फटकार लगाई। मझिलगांव में चौपाल भी लगाई।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 19 Jul 2018 10:01 AM (IST) Updated:Thu, 19 Jul 2018 10:01 AM (IST)
खाद्य आयुक्त ने सीएमओ को लगाई फटकार
खाद्य आयुक्त ने सीएमओ को लगाई फटकार

इलाहाबाद : प्रदेश सरकार के खाद्य एवं रसद विभाग के आयुक्त ने प्रतापगढ़ जनपद के कुंडा सीएचसी में बाहर से दवा लिखने पर सीएमओ को फटकार लगाई। कोतवाली के निरीक्षण में उन्होंने सर्वाधिक दुर्घटनाओं को रोकने के लिए एनएच के अधिकारियों को तलब करने का निर्देश डीएम को दिया। इसके बाद उन्होंने मझिलगांव में चौपाल लगाकर सरकार की योजनाओं की हकीकत खंगाली।

खाद्य आयुक्त आलोक कुमार बुधवार को लखनऊ से दोपहर करीब 11 बजे डाक बंगला कुंडा पहुंचे। यहां पर डीएम शंभु कुमार समेत जिले के अधिकारियों ने अपर आयुक्त से मुलाकात की। यहां पर करीब 15 मिनट बातचीत करने के बाद 11.30 बजे वह डीएम समेत अधिकारियों के साथ सीएचसी कुंडा पहुंचे। मुख्य द्वार से घुसते ही कुर्सी पर बैठी मरीज सुनीता देवी मऊदारा से इलाज की बाबत पूछताछ की। साथ ही होने वाली परेशानियों की जानकारी ली। इसके बाद सुनीता की बात सुनने के बाद आयुक्त को इलाज में आने वाली परेशानियों व स्पेशलिस्ट न होने की बात बताई गई। इसके बाद वह आगे बढ़े तो इमरजेंसी कक्ष के बाहर बैठे ऊगापुर गांव निवासी केके पांडेय से बैठने का कारण पूछा तो उन्होंने बताया कि वह इलाज कराने आए हैं। दवा की बाबत पूछा तो पता चला कि कुछ दवाएं बाहर से लिखी गई हैं, जिस पर उन्होंने सीएमओ को कड़ी फटकार लगाई और पूछा कि जो दवाएं बाहर से लिखी गई हैं क्या वह स्टाक में नहीं आती हैं। इसके बाद बाद आयुक्त महिला वार्ड में पहुंचे। यहां पर लवाना से आई निर्मला देवी ने बताया कि वह 13 जुलाई से आई हुई है, प्रसव के बाद उसे भर्ती किया गया है। वहां से महिला इलाज के बारे में पूछने के बाद आयुक्त करीब 12 बजे कुंडा कोतवाली पहुंचे। यहां पर प्रभारी कोतवाल मो. कासिम से कोतवाली क्षेत्र में सर्वाधिक होने वाली घटनाओं के स्थान के बारे में पूछा तो उन्होंने बताया कि नगर के गांधी नगर तिराहे पर सर्वाधिक हादसे होते हैं। इस पर अपर आयुक्त ने कहा कि क्या वहां पर दुर्घटना रोकने का कोई उपाय किया गया है। सही जबाब न मिलने पर उन्होंने डीएम को एनएच वालों को तलब कर वहां पर दुर्घटना से बचने के लिए सही कदम उठाने की बात कही। इसी बीच हथिगवां थाना क्षेत्र के महात्मा बाल योगी जी महाराज ने अपनी बेटी साधना के गायब होने की बात आयुक्त को बताई। कहा कि उनकी बेटी बीते 32 माह से गायब है, लेकिन पुलिस आरोपितों की गिरफ्तारी नहीं कर रही है। इस पर अपर आयुक्त ने सीओ को नामजद आरोपितों की गिरफ्तारी का निर्देश दिया।

इसके बाद करीब 12 बजे आयुक्त खाद्य गोदाम तिलौरी पहुंचे। जहां पर स्टाक रजिस्टर, होने वाली निकासी समेत कागजातों का अवलोकन किया। फिर वह मझिलगांव पुराने बाबूगंज पहुंचे, जहां पर चौपाल का कार्यक्रम आयोजित किया गया था। यहां उन्होंने प्रधानमंत्री आवास, शौचालय, पीने के पानी की बाबत ग्रामीणों से पूछा, जिस पर बीडीओ ने बताया कि पूरे गांव की आबादी करीब 6 हजार 132 है। गांव में करीब 1200 घर हैं। 12 पुरवे में बंटे ग्राम सभा में 70 प्रधानमंत्री आवास दिए गए हैं। 667 शौचालय दिए गए हैं। इसमें से 300 शौचालय बनाए जा चुके हैं। 600 राशनकार्ड पात्र गृहस्थी के हैं जबकि 72 लोगों का अंत्योदय कार्ड बनाया गया है। करीब आधे घंटे चौपाल में बातचीत करने के बाद आयुक्त सीधे गांव में घूमने चले गए। घूमते हुए अपर आयुक्त सीधे चमेली पत्नी मुरली के घर पहुंचे और उसे मिले आवास के बारे में हकीकत खंगाली। करीब 1.40 मिनट पर वह रवाना हो गए। आयुक्त के जाने के बाद अधिकारियों ने राहत की सांस ली।

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एंबुलेंस में एसी न चलने से हुए नाराज

सीएचसी कुंडा का निरीक्षण करके वापस लौट रहे खाद्य आयुक्त आलोक कुमार की निगाह सीएचसी गेट पर खड़े 102 एंबुलेंस पर पड़ गई। अपनी कार रोकते हुए वह सीधे खड़ी एंबुलेंस के चालक के पास पहुंच गए और उससे पूछा कि आपके वाहन में एसी चलती है। चालक ने कहा कि नहीं सर, एसी नहीं चलती है। इसके बाद आयुक्त ने सीएमओ को बुलाकर उनसे पूछा कि कितने दिन की तैनाती हो गई। आयुक्त की बात सुनकर सीएमओ के होश उड़ गए। उन्होंने कहा कि पूरे जनपद में कितनी एंबुलेंस हैं तो सीएमओ ने बताया कि 27 वाहन हैं। आयुक्त ने कहा कि किसी वाहन में एसी चलता है, तो सीएमओ कुछ जबाब नहीं दे सके। आयुक्त ने कहा कि जब सरकार एंबुलेंस में एसी लगवाने व मरीजों के ले आने, ले जाने के दौरान एसी चलाने की सुविधा दी है तो वाहनों में एसी क्यों नही चालू कराई गई।

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मझिलगांव में रात भर होता रहा विकास कार्य

मझिलगांव में खाद्य आयुक्त आलोक कुमार के चौपाल लगने को लेकर मंगलवार सुबह से ही ब्लाक कर्मचारियों के साथ ही सफाई कर्मी गांव के फैली गंदगी व अपूर्ण योजनाओं को दुरुस्त करने में जुटे रहे। यह काम मंगलवार के दिन से लेकर बुधवार की सुबह तक होता रहा। यही नहीं गांव के खंडहर हो चुके पंचायत भवन को भी रातों रात ठीक कर दिया गया। जिस पुरवे में चौपाल लगाई गई थी, उस पुरवे को पूरी तरह से साफ सुथरा कर दिया गया था। उधर जब खाद्यआयुक्त पुरवे का निरीक्षण करके निकलने लगे तो कुछ लोगों ने बताया कि दलित बस्ती में गंदगी का अंबार लगा हुआ है, जिसके बाद आयुक्त ने डीएम को बस्ती में भेजा।

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