अशरफ को दबोचने के लिए क्राइम ब्रांच ने मारे छापे Prayagraj News

पुलिस चार बार घर की कुर्की भी कर चुकी है। अशरफ की गिरफ्तारी पर अगस्त 2017 में पहले पांच हजार का इनाम रखा गया। फिर 15 हजार और 50 हजार से बढ़ाकर इनाम एक लाख रुपये किया जा चुका है।

By Brijesh SrivastavaEdited By: Publish:Mon, 24 Feb 2020 10:21 AM (IST) Updated:Mon, 24 Feb 2020 10:21 AM (IST)
अशरफ को दबोचने के लिए क्राइम ब्रांच ने मारे छापे Prayagraj News
अशरफ को दबोचने के लिए क्राइम ब्रांच ने मारे छापे Prayagraj News

प्रयागराज,जेएनएन। गुजरात के अहमदाबाद जेल में बंद पूर्व सांसद अतीक अहमद के छोटे भाई एक लाख के इनामी पूर्व विधायक अशरफ की तलाश में रविवार को पुलिस और क्राइम ब्रांच ने चकिया में एक मकान सहित कई जगह छापेमारी की। सूचना थी कि अशरफ यहां आकर एक करीबी के यहां छिपा है लेकिन वह मिला नहीं।

चार बार हो चुकी है घर की कुर्की

अतीक तीन साल से जेल में हैैं जबकि उनका भाई शहर पश्चिमी का पूर्व विधायक अशरफ भी प्रदेश में भाजपा सरकार बनने के बाद से फरार है। उसके किसान नेता की हत्या, झलवा में एक व्यक्ति की घातक पिटाई और धमकी, रंगदारी के लिए धमकी समेत चार मुकदमों में पुलिस को तलाश है। पुलिस चार बार घर की कुर्की भी कर चुकी है। अशरफ की गिरफ्तारी पर अगस्त 2017 में पहले पांच हजार का इनाम रखा गया। फिर 15 हजार और 50 हजार से बढ़ाकर इनाम एक लाख रुपये किया जा चुका है।

चकिया में एक करीबी के घर छिपे होने की थी सूचना

22 अगस्त को जिले के एसएसपी का चार्ज संभालने के दूसरे ही रोज सत्यार्थ अनिरुद्ध पंकज ने अशरफ पर इनामी राशि बढ़ाकर ढाई लाख रुपये करने की संस्तुति शासन को भेजी लेकिन अब तक उस पर फैसला नहीं लिया जा सका है। माना जाता रहा है कि अशरफ राज्य से बाहर कहीं फरारी काट रहा है। पिछले तीन साल से उसकी कोई खबर नहीं मिली है। मगर दो दिन पहले कहीं से क्राइम ब्रांच को सूचना मिली कि अशरफ चकिया में एक करीबी के घर में टिका है। इसके बाद पूरामुफ्ती में हटवा, बमरौली, सिलना गांव और खुल्दाबाद में एक और करीबी के घर में तलाशी ली गई। सभी करीबियों ने पूछताछ में कहा कि अशरफ फरार होने के बाद न उनसे मिला और न फोन पर बात की। उल्लेखनीय है कि अशरफ के भतीजे दो लाख के इनामी उमर को भी देवरिया जेल कांड में सीबीआइ खोज रही है। एसपी सिटी बृजेश श्रीवास्तव ने बताया कि अशरफ के बारे में सूचनाएं जुटाई जा रही हैं। हाल ही में आने की सूचना पर छापे मारे गए पर वह मिला नहीं। मोबाइल सर्विलांस से भी खोज की जा रही है।

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