Coronavirus Prayagraj News : 15 मार्च के बाद स्‍वास्‍थ्‍यकर्मियों के क्वारंटाइन व्यवस्था भी होगी अनलॉक

Coronavirus Prayagraj News व्यवस्थागत नियम है कि स्वास्थ्य कर्मी पैरा मेडिकल स्टाफ और कोविड-19 के सफाई कर्मियों को 14 दिनों तक अस्पताल में निर्धारित क्वार्टर में क्वारंटाइन रहना पड़ रहा है। कर्मचारी इसके बाद ही घर जा पा रहे हैं। इस व्यवस्था में एक महीने बाद राहत मिलने वाली है।

By Rajneesh MishraEdited By: Publish:Wed, 10 Feb 2021 06:00 AM (IST) Updated:Wed, 10 Feb 2021 06:00 AM (IST)
Coronavirus Prayagraj News : 15 मार्च के बाद स्‍वास्‍थ्‍यकर्मियों के क्वारंटाइन व्यवस्था भी होगी अनलॉक
कोविड वैक्सीनेशन के फलस्वरूप 15 मार्च 2021 से एक्टिव क्वारंटाइन की व्यवस्था समाप्त हो जाएगी।

प्रयागराज, [अमरदीप भट्ट]। कोरोना का प्रभाव कम होने और टीकाकरण में तेजी ने उन स्वास्थ्य कर्मियों को बड़ी राहत पहुंचाई है जो अब भी कोविड अस्पतालों में ड्यूटी कर रहे हैं। इन सभी को क्वारंटाइन रहने की व्यवस्था 15 मार्च के बाद समाप्त हो जाएगी। यानी 15 मार्च के बाद डाक्टर, नर्स, पैरामेडिकल स्टाफ से लेकर अन्य कर्मचारी तक, अस्पताल में ड्यूटी पूरी कर सीधे घर जा सकेंगे। हालांकि इसके बाद भी कोरोना से बचाव के लिए तय गाइडलाइन का पालन सभी को करना होगा।

इस सदी की सबसे बड़ी महामारी कोविड-19, का दंश और डर अधिकांश लोगों ने झेला है। डर ऐसा था कि लोग अपने सगे संबंधियों से भी दूरी बनाकर रहने लगे थे। जबकि चिकित्सा कर्मियों की भूमिका ऐसी रही जिसमें उन्हें ड्यूटी पर रहने के दौरान कोरोना पॉजिटिव मरीजों के इलाज के लिए उनके पास रहना ही होता था। हालांकि यह व्यवस्था अब भी है। व्यवस्थागत नियम है कि स्वास्थ्य कर्मी, पैरा मेडिकल स्टाफ और कोविड-19 के सफाई कर्मियों को 14 दिनों तक अस्पताल में अलग निर्धारित क्वार्टर में क्वारंटाइन रहना पड़ रहा है। कर्मचारी इसके बाद ही घर जा पा रहे हैं। इस व्यवस्था में एक महीने बाद राहत मिलने वाली है।

अपर मुख्य सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद ने एक फरवरी को जारी आदेश में कहा है कि कोविड वैक्सीनेशन के फलस्वरूप 15 मार्च 2021 से एक्टिव क्वारंटाइन की व्यवस्था समाप्त हो जाएगी।

मरीज पांच और स्टाफ 25

स्वरूपरानी नेहरू अस्पताल के सुपर स्पेशियलिटी ब्लाक में कोरोना पॉजिटिव मरीजों का इलाज हो रहा है। महामारी का प्रभाव अब काफी कम होने की तस्वीर यह है कि 200 बेड की क्षमता वाले इस अस्पताल में मंगलवार को केवल पांच लोग ही भर्ती रहे। जबकि इनके इलाज के लिए तीन शिफ्ट में करीब 25 लोगों का स्टाफ लगा है। 

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