भारत दर्शन को निकले यात्रियों की इस ट्रेन में क्‍वारंटाइन के लिए एक कोच है रिजर्व

पिछली बार कोरोना काल के पहले फरवरी में इस ट्रेन से यात्री आए थे। यात्रियों को संगम स्नान के अलावा आनंद भवन लेटे हनुमान मंदिर व श्रृंगवेरपुर धाम का दर्शन कराया गया था। लेकिन इस बार कोविड-19 की वजह से सतर्कता बरतने के उद्देश्य से नहीं गए।

By Brijesh SrivastavaEdited By: Publish:Tue, 17 Nov 2020 03:05 PM (IST) Updated:Tue, 17 Nov 2020 03:05 PM (IST)
भारत दर्शन को निकले यात्रियों की इस ट्रेन में क्‍वारंटाइन के लिए एक कोच है रिजर्व
भारत दर्शन को निकले यात्रियों में कोरोना के लक्षण दिखने पर क्वारंटाइन करने के लिए एक कोच रिजर्व है।

प्रयागराज,जेएनएन। अनलॉक-5 में पर्यटन सेवाएं शुरू हो गई है। सोमवार को इंडियन रेलवे कैटरिंग एंड टूरिज्म कॉर्पोरेशन (आइआरसीटीसी) की ओर से चलाई गई भारत दर्शन ट्रेन तिरुनेलवेली (तमिलनाडु) से संगम पहुंची। यहां यात्रियों ने संगम में स्नान किया। इसके बाद ट्रेन जबलपुर के लिए रवाना हो गई।

002769 भारत दर्शन गाड़ी 11 नवंबर को तिरुनेलवेली से रवाना हुई। यह गाड़ी गया, वाराणसी दर्शन कराते हुए सोमवार सुबह करीब 10:30 बजे प्रयागराज संगम पहुंची। रेलवे स्टेशन के बाहर लगी दस बसों से यात्रियों को संगम पर पहुंचाया। यहां उन्होंने स्नान कर दान पुण्य किया। इसके बाद इन्हीं बसों से फिर प्रयागराज जंक्‍शन पहुंचे। साढ़े तीन बजे ट्रेन रवाना हुई। यह गाड़ी जबलपुर, सतना व इटारसी होते हुए 18 नवंबर को तिरुनेलवेली पहुंचेगी। कुल आठ दिन और सात रात का पैकेज का किराया 7573 रुपये है। पैकेज में नाश्ता, दोपहर तथा रात का भोजन, स्थानीय बसों से यात्रा तथा धर्मशालाओं में ठहरने की व्यवस्था आदि शामिल है।

पिछली बार आनंद भवन व श्रृंगवेरपुर का भी किया था दर्शन

पिछली बार कोरोना काल के पहले फरवरी में इस ट्रेन से यात्री आए थे। यात्रियों को संगम स्नान के अलावा आनंद भवन, लेटे हनुमान मंदिर व श्रृंगवेरपुर धाम का दर्शन कराया गया था। लेकिन, इस बार कोविड-19 की वजह से सतर्कता बरतने के उद्देश्य से नहीं गए।  

एक कोच क्वारंटाइन के लिए रिजर्व

12 कोच की गाड़ी में यात्रा के दौरान किसी शख्स में कोरोना के लक्षण दिखने पर उसे क्वारंटाइन करने के लिए क्वारंटाइन कोच रिजर्व किया गया है। आइआरसीटीसी के क्षेत्रीय प्रबंधक ने बताया कि स्लीपर श्रेणी की इस गाड़ी में कुल 480 यात्री आए। सभी कोच को समय-समय पर सैनिटाइज किया जा रहा है। इसके अलावा एक दिन में चार बार यात्रियों का टेंप्रेचर भी मापा जा रहा है।

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