श्रद्धा से मना कृष्णप्रिया राधा का जन्मोत्सव

श्रीराधा अष्टमी पर कृष्णप्रिया देवी राधा का जन्मोत्सव श्रद्धा से मनाया गया। इस दौरान बलुआघाट स्थित इस्कान मंदिर में भक्तों ने चरण का दर्शन किया।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 18 Sep 2018 06:05 AM (IST) Updated:Tue, 18 Sep 2018 06:05 AM (IST)
श्रद्धा से मना कृष्णप्रिया राधा का जन्मोत्सव
श्रद्धा से मना कृष्णप्रिया राधा का जन्मोत्सव

जागरण संवाददाता, इलाहाबाद : श्रीराधा अष्टमी पर कृष्णप्रिया देवी राधा का जन्मोत्सव श्रद्धा से मना। सोमवार को मठ-मंदिरों में श्रीराधा-कृष्ण का मंत्रोच्चार के बीच रत्‍‌नजड़ित आभूषणों से मोहक श्रृंगार हुआ। भक्तों ने पूजन-अर्चन के साथ सुरीले भजनों से राधा की महिमा का बखान किया।

इस्कॉन मंदिर में संत वेणुविजय दास, आचार्य दास, चैतन्य नारायण दास, सोमो दास व आशुतोष दास सुबह मंत्रोच्चार के बीच आरती उतारी गई। फिर उनके चरण का श्रृंगार कर भक्तों को दर्शन कराया गया। दोपहर में चांदी के 21 कलशों में पंचामृत डालकर अभिषेक करके 56 भोग अर्पित कर उसे भक्तों में वितरित किया गया। शाम को सांस्कृतिक संध्या में श्रीराधा-कृष्ण की महिमा बखानी गई।

खुल्दाबाद स्थित मंदिर श्रीराधा कुंजबिहारी महराज में श्रीराधाष्टमी पर परिसर को बहुरंगी फूलों, आम के पत्तों व केले के वृक्षों से सजाया गया। गर्भगृह में कलश स्थापना कर श्रीकृष्ण-राधा का श्रृंगार कर पूजन हुआ। अंत में सामूहिक आरती उतारकर भजनों की प्रस्तुति हुई।

वहीं बैरहना स्थित श्री निम्बार्क आश्रम में राधाष्टमी जन्मोत्सव का शुभारंभ प्रात:कल आरंभ हो गया। महंत स्वामी राधामाधव दास के नेतृत्व में राधा जी का प्राकट्योत्सव मनाया गया। शाम को मंत्रोच्चार के बीच आरती उतारकर संकीर्तन हुआ। व्यवस्थापक लक्ष्मीकांतम् ने बताया कि गोपाल सहस्त्रनाम, श्रीराधाकृपा कटाक्ष स्रोत का पाठ व हवन होगा। श्रीराधारमण जी महराज मंदिर में श्रीराधाष्टमी पर्व पर भगवान का अनुपम श्रृंगार कर भजन-कीर्तन हुआ। शरद गोस्वामी ने बताया कि दर्शन-पूजन को देररात तक भक्तों का तांता लगा रहा। रूप गौड़ीय मठ में राधाष्टमी महोत्सव श्रद्धा से मनाया गया। भक्तों ने कीर्तन के जरिए राधारानी की महिमा बखानी।

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