प्रयागराज में भाजपा महानगर अध्‍यक्ष बोले-प्रशिक्षित कार्यकर्ता पार्टी का होता है सशक्त सिपाही

भाजपा महानगर अध्‍यक्ष ने कार्यकर्ताओं से कहा कि विकास तभी होगा जब समाज के आखिरी व्यक्ति तक सरकारी योजनाएं पहुंचेंगी। इसके लिए हमें प्रत्येक व्यक्त से जुडऩा होगा और घर-घर जाना होगा। संगठन का प्रत्येक कार्यकर्ता हमारा मजबूत सिपाही होता है। उसकी अनदेखी नहीं की जा सकती।

By Brijesh SrivastavaEdited By: Publish:Mon, 26 Oct 2020 01:39 PM (IST) Updated:Mon, 26 Oct 2020 01:39 PM (IST)
प्रयागराज में भाजपा महानगर अध्‍यक्ष बोले-प्रशिक्षित कार्यकर्ता पार्टी का होता है सशक्त सिपाही
भाजपा महानगर अध्‍यक्ष ने प्रयागराज के कार्यकर्ताओं में जोश भरा।

प्रयागराज, जेएनएन। जिस तरह से किसी भी संस्था में प्रशिक्षित कर्मचारी की उपयोगिता होती है, ठीक उसी तरह पार्टी में कार्यकर्ताओं को प्रशिक्षित कर उनकी क्षमता संवर्धन का प्रयास होता है। इससे पार्टी को लाभ होता है साथ ही जन सामान्य में भी पार्टी की नीतियों और रीतियों को समझने में सरलता होती है। प्रत्येक कार्यकर्ता को चाहिए कि वे स्वयं प्रशिक्षण शिविर में शामिल हों और संगठन को मजबूत बनाने में सहयोग करें। ये बातें महानगर अध्यक्ष गणेश केसरवानी ने सोमवार को वेणी माधव मंडल के प्रशिक्षण शिविर में व्यक्त किए।

महानगर अध्‍यक्ष ने कार्यकर्ताओं में जज्‍बा भरा

भाजपा महानगर अध्‍यक्ष ने कार्यकर्ताओं को दशहरा की बधाई दी और कहा कि हम सब को एक होकर राष्ट्रीय भावना के प्रचार प्रसार में जुटना होगा। यह तब कर पाएंगे जब पं. दीनदयाल उपाध्याय व श्यामा प्रसाद मुखर्जी के सिद्धांतों को समझेंगे। पं. दीनदयाल उपाध्याय ने सभी को अंत्योदय का सिद्धांत बताया। उन्‍होंने कार्यकर्ताओं को बताया कि कहा कि विकास तभी होगा जब समाज के आखिरी व्यक्ति तक सरकारी योजनाएं पहुंचेंगी। इसके लिए हमें प्रत्येक व्यक्त से जुडऩा होगा और घर घर जाना होगा। संगठन का प्रत्येक कार्यकर्ता हमारा मजबूत सिपाही होता है। उसकी अनदेखी नहीं की जा सकती।

भाजपा में छोटा कार्यकर्ता भी उच्च पद पर बैठ सकता है

महानगर अध्यक्ष गणेश केसरवानी ने कहा कि भाजपा ही ऐसी पार्टी है जिसमें छोटा कार्यकर्ता भी उच्च पद पर बैठ सकता है। यहां न परिवारवाद है न कोई क्षेत्रवाद। यह संगठन सभी तरह के वाद से ऊपर है। यहां यदि है तो बस राष्ट्र सर्वोपरि है। इस बात को समझकर हम सभी को कार्य करना होगा। सनातनी परंपरा में भी राष्ट्र से ऊपर कोई चीज नहीं है। हमारे महापुरष राष्ट्र और देश के लिए बड़ा से बड़ा बलिदान देते आए हैं। हमें भी उसी परिपाटी को बढ़ाना है।

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