एनसीजेडसीसी में कला प्रेमियों को राज्यों की संस्कृति बताएंगी कलाकृतियां Prayagraj News

दिल्ली बिहार मध्य प्रदेश राजस्थान हरियाणा उत्तराखंड राज्य हैं। इन राज्यों की लोक कलाओं और लोक संस्कृति के प्रचार प्रसार के लिए यहां हर साल शिल्प मेला आयोजित होता है।

By Brijesh SrivastavaEdited By: Publish:Thu, 27 Jun 2019 12:36 PM (IST) Updated:Thu, 27 Jun 2019 01:16 PM (IST)
एनसीजेडसीसी में कला प्रेमियों को राज्यों की संस्कृति बताएंगी कलाकृतियां Prayagraj News
एनसीजेडसीसी में कला प्रेमियों को राज्यों की संस्कृति बताएंगी कलाकृतियां Prayagraj News

 प्रयागराज, जेएनएन : उत्तर मध्य क्षेत्र सांस्कृतिक केंद्र (एनसीजेडसीसी) में ऐसी कलाकृतियां स्थापित किए जाने की योजना बन रही है जिससे वहां जाने वाले कला प्रेमी अन्य राज्यों की लोक संस्कृति को पहचान सकें। वह भी पहनावे के माध्यम से। कलाकृतियों को बनाने के लिए खास मूर्तिकार बुलाए जाएंगे। परिसर में उन्हीं सात राज्यों से संबंधित कलाकृतियां निर्मित कराई जाएंगी जो एनसीजेडसीसी के अंतर्गत आते हैं।  

एनसीजेडसीसी के अंतर्गत उत्तर प्रदेश के अलावा, दिल्ली, बिहार, मध्य प्रदेश, राजस्थान, हरियाणा, उत्तराखंड राज्य हैं। इन राज्यों की लोक कलाओं और लोक संस्कृति के प्रचार प्रसार के लिए यहां हर साल शिल्प मेला आयोजित होता है। पिछले दिनों एनसीजेडसीसी ने योग की कलाओं के लिए परिसर में सूर्य नमस्कार की अनूठी कलाकृति का निर्माण कराया और इसका अनावरण भी हो चुका है। अब सभी सात राज्यों की सांस्कृतिक पहचान के लिए क्राफ्ट तैयार किए जाने की योजना है। इसमें कलाकृतियां (मूर्तियां) विभिन्न राज्यों के पहनावे को दर्शाते हुए बनवाई जाएंगी। इन्हें परिसर में अलग-अलग स्थान पर स्थापित कराया जाएगा। निदेशक इंद्रजीत ग्रोवर ने बताया कि छह माह के भीतर उन्हें इस योजना पर अनिवार्य रूप से अमल करना है। कहा कि लोक कलाओं और लोक संस्कृतियों को बढ़ावा देने और जन-जन के बीच प्रचार प्रसार के लिए एनसीजेडसीसी परिसर को मूर्तियों से सुसज्जित किया जाएगा। 

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