Death Anniversary : नेहा के नेह से बंधे थे काका कलाम, उनके आमंत्रण पर आए थे प्रयागराज
Death Anniversary of APJ Abdul Kalam 2007 में डा. कलाम ने नेशनल बालश्री अवार्ड से उन्हें नवाजा। नेहा ने बताया कि वह आठ बार तत्कालीन राष्ट्रपति डा. कलाम से मिली हैं। राष्ट्रपति भवन में पुरस्कार लेते वक्त नेहा ने डा. कलाम को टैगोर पब्लिक स्कूल आने के लिए आमंत्रित किया।
पुण्यतिथि पर विशेष
जन्म : 15 अक्टूबर 1931
निधन : 27 जुलाई 2015
प्रयागराज, जागरण संवाददाता। मिसाइलमैन कहलाने वाले भारत रत्न पूर्व राष्ट्रपति डाक्टर एपीजे अब्दुल कलाम का बच्चों से काफी लगाव था। इस बात की गवाह हैं कल्याणी देवी के पास रहने वाली नेहा मेहरोत्रा। काका कलाम नेहा के नेह से इस कदर बंधे थे कि वह आठ बार उनसे मिले। एक बार तो नेहा के कहने पर वह प्रयागराज आ गए थे।
पूछा था कलाम जी ने....ये आर्डर है या रिक्वेस्ट
मस्क्युलर डिस्ट्रोफी नाम की गंभीर बीमारी से पीडि़त नेहा ने वर्ष 2006 में इनोवेटिव साइंस कैटगरी में आलू से बिजली पैदा करने वाला माडल बनाया था। इसके लिए 2007 में डा. कलाम ने नेशनल बालश्री अवार्ड से उन्हें नवाजा था। नेहा ने बताया कि वह आठ बार तत्कालीन राष्ट्रपति डा. कलाम से मिल चुकी हैं। राष्ट्रपति भवन में बालश्री पुरस्कार लेते वक्त नेहा ने डा. कलाम को टैगोर पब्लिक स्कूल आने के लिए आमंत्रित किया। इस पर कलाम ने पूछा यह रिक्वेस्ट है या आर्डर...। नेहा ने कहा पहले रिक्वेस्ट और नहीं आएंगे तो आर्डर...। इस पर कलाम मुस्कुराए और बोले अगर आर्डर है तब तो जरूर आएंगे। 2003 में बेटी के लिए नौकरी से वीआरएस लेने वाले नेहा के पिता त्रिलोकी मेहरोत्रा बताते हैं कि डा. कलाम उसे परिवार के सदस्य की तरह मानते थे। टैगोर पब्लिक स्कूल के एक कार्यक्रम का जिक्र करते हुए वह बताते हैं कि नेहा ने जैसे ही अपना परिचय देना शुरू किया तो डा. कलाम मंच से बोले- 'नेहा आपको परिचय देने की आवश्यकता नहीं। आप मेरे परिवार के सदस्य की तरह हैं।
इविवि ने काका कलाम को दी थी मानद उपाधि
डाक्टर एपीजे अब्दुल कलाम को 1996 को इलाहाबाद विश्वविद्यालय ने मानद उपाधि दी थी। वह राष्ट्रपति की हैसियत से इविवि के दीक्षा समारोह में शामिल होने पहुंचे थे। शिक्षा जगत में उनके योगदान पर तत्कालीन कुलपति प्रोफेसर एससी श्रीवास्तव ने मानद उपाधि देने का निर्णय लिया था। तब इविवि राज्य सरकार के अधीन था। समारोह में काका कलाम के अलावा तत्कालीन रक्षा मंत्री मुलायम सिंह यादव और पूर्व चुनाव आयुक्त टीएन शेषन भी पहुंचे थे।