रिश्वतखोर अधिकारियों के निलंबन की कार्रवाई शुरू की गई

उत्तर मध्य रेलवे के महाप्रबंधक की अध्यक्षता में हुई बैठक में टेंडर के नाम पर रिश्‍वत के आरोप में फंसे दो अधिकारियों के निलंबन की कार्रवाई शुरू हुई। सीबीआइ ने दोनों को गिरफ्तार किया था।

By Brijesh SrivastavaEdited By: Publish:Wed, 13 Mar 2019 12:33 PM (IST) Updated:Wed, 13 Mar 2019 12:33 PM (IST)
रिश्वतखोर अधिकारियों के निलंबन की कार्रवाई शुरू की गई
रिश्वतखोर अधिकारियों के निलंबन की कार्रवाई शुरू की गई

प्रयागराज : टेंडर देने में रिश्वत लेने के फेर में सीबीआइ के शिकंजे में फंसे दो मंडल स्तरीय रेल अधिकारियों के खिलाफ निलंबन की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। इस संबंध में उत्तर मध्य रेलवे के महाप्रबंधक राजीव चौधरी ने आला अफसरों के साथ बैठक की। इसमें दोनों आरोपित अफसरों की कार्यप्रणाली पर नाराजगी जताई गई। आज निलंबन की कार्रवाई पूरी कर रेलवे बोर्ड को सूचित करने की तैयारी है।

टेंडर के नाम पर ठेकेदारों से रिश्वत मांगने का है आरोप

डीआरएम आफिस के सीनियर डीएसटीई (सिग्नलिंग) नीरज पुरी गोस्वामी और डीएसटीई (पूर्वी) पीके सिंह पर टेंडर देने के लिए ठेकेदारों से रिश्वत मांगने का आरोप है। मेसर्स शार्प इंटरप्राइजेज लूकरगंज प्रयागराज के प्रोडक्शन मैनेजर अवधेश मिश्र ने इसकी शिकायत सीबीआइ से की थी।

सीबीआइ ने छापेमारी कर रेलवे के दोनों अधिकारियों को गिरफ्तार किया था

नौ मार्च की रात सीबीआइ लखनऊ की टीम ने डीआरएम आफिस में छापा मारा था। उक्त दोनों अधिकारियों की केबिन में रखी फाइलों की घंटों छानबीन करने के बाद जरूरी दस्तावेज प्राप्त किए। दस्तावेजों में टेंडर निकालने को लेकर हेरफेर करने का सुबूत मिलने पर सीबीआइ ने दोनों अधिकारियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करते हुए गिरफ्तार कर लिया। डीआरएम अमिताभ ने सोमवार को दोनों के खिलाफ रेलवे बोर्ड व उत्तर मध्य रेलवे मुख्यालय को अपनी रिपोर्ट भेजी थी।

48 घंटे में होता है स्वत: निलंबन

सीबीआइ द्वारा गिरफ्तार किए गए दोनों अधिकारियों का डीम्ड निलंबन होना निश्चत है। नियमानुसार अगर कोई अधिकारी 48 घंटे से अधिक किसी के हिरासत में रहता है या जेल जाता है तो उसका डीम्ड निलंबन हो जाता है। ऐसे में दोनों अधिकारियों को निलंबित करने की कार्रवाई होगी।

गिरफ्तार अधिकारियों पर विभागीय कार्रवाई हो रही : सीपीआरओ एनसीआर

इस संबंध में उत्तर मध्य रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी गौरवकृष्ण बंसल का कहना है कि रिश्वतखोरी के आरोप में सीबीआइ द्वारा गिरफ्तार किए गए अधिकारियों के खिलाफ नियमानुसार विभागीय कार्रवाई चल रही है। वह कब पूरी होगी उसे नहीं बताया जा सकता।

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