Shri Ram Mandir निर्माण के लिए 22 दिन में आए 39 करोड़ रुपये, माघ मेला में डेढ़ लाख कल्पवासियों तक पहुंचने का लक्ष्य

विहिप के प्रांतीय संगठन मंत्री मुकेश ने बताया कि निधि समर्पण अभियान के लिए मेला क्षेत्र में दस टोलियां बनाई गई हैं। डेढ़ लाख कल्पवासियों तक पहुंचने का लक्ष्य रखा गया है। इस कार्य में तीर्थ पुरोहित संघ प्रयागवाल का भी सहयोग लिया जा रहा है।

By Ankur TripathiEdited By: Publish:Fri, 05 Feb 2021 10:00 PM (IST) Updated:Fri, 05 Feb 2021 10:43 PM (IST)
Shri Ram Mandir निर्माण के लिए 22 दिन में आए 39 करोड़ रुपये, माघ मेला में डेढ़ लाख कल्पवासियों तक पहुंचने का लक्ष्य
खास यह कि 26 करोड़ 65 लाख चेक के जरिए मिले जब कि 13 करोड़ 18 लाख रुपये नकद मिले।

प्रयागराज, जेएनएन। अयोध्या में दिव्य और भव्य मंदिर निर्माण के लिए सहयोग करने वालों का कारवां प्रतिदिन बढ़ रहा है। अब तक काशी क्षेत्र से 39 करोड़ रुपये की सहयोग राशि बैंक में जमा कराई जा चुकी है। खास यह कि 26 करोड़ 65 लाख चेक के जरिए मिले जब कि 13 करोड़ 18 लाख रुपये नकद मिले। 

विहिप के प्रांतीय संगठन मंत्री मुकेश ने बताया कि निधि समर्पण अभियान के लिए मेला क्षेत्र में दस टोलियां बनाई गई हैं। डेढ़ लाख कल्पवासियों तक पहुंचने का लक्ष्य रखा गया है। इस कार्य में तीर्थ पुरोहित संघ प्रयागवाल का भी सहयोग लिया जा रहा है। अखाड़ा परिषद व अन्य संस्थाएं भी सहयोग कर रही हैं। उनके जरिए भी निधि समर्पण अभियान को गति दी जा रही है। शुक्रवार को मेला क्षेत्र में संगठन के प्रांत उपाध्यक्ष विमल प्रकाश ने साधु संतों से संपर्क किया और निधि समर्पण के लिए प्रेरित किया।

उन्होंने बताया कि अभी परेड मैदान स्थित विहिप के पंडाल में निधि समर्पण के लिए दो काउंटर बने हैं। दस फरवरी से पांच काउंटर शुरू होंगे। इसमें विभाग संगठन मंत्री अमित पाठक व लवलेश बजरंगी सहयोग कर रहे हैं। अभियान की समीक्षा के लिए क्षेत्र संगठन मंत्री अंबरीश भी शहर में हैं। उन्होंने कई बड़ी संस्थाओं से भी संपर्क करने को निर्देशित किया। कहा जिन संस्थाओं के विद्यालय चल रहे हैं या फिर बड़े आश्रम हैं उनका भी सहयोग लिया जाए। इसके अतिरिक्त पुरोहितों से संपर्क के लिए अलग से टोलियां सक्रिय की जाएं। उनके माध्यम से भी निधि समर्पण अभियान को गति दें।

दुनिया का सबसे अच्छा मंदिर बनाने को बच्चों ने दिया अपना गुल्लक: निधि समर्पण अभियान में बच्चे भी बढ़चढ़कर भूमिका निभा रहे हैं। वह अपना सब से प्यारा गुल्लक राम लला को समर्पित करने में भी नहीं हिचकिचा रहे। फाफामऊ निवासी 11 वर्षीय सृष्टि पांडेय, पांच वर्षीय यशस्वी, नौ वर्षीय शिवांग व कक्षा तीन की छात्रा कृष्णा पांडेय ने भी शुक्रवार को अपना गुल्लक माधव शाखा के मुख्य शिक्षक आलोक पांडेय को सौंप दिया। यशस्वी ने कहा कि वह चाहती हैं कि दुनिया का सब से अच्छा मंदिर अयोध्या मेंं भगवान राम का बने। 

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