बेवजह शहर में नहीं घुसेंगे थानेदार

जासं, इलाहाबाद : गंगापार व यमुनापार के थानेदारों की निगरानी शुरू करा दी गई है। अब वह शहर आकर मौज-मस्

By Edited By: Publish:Fri, 31 Jul 2015 01:01 AM (IST) Updated:Fri, 31 Jul 2015 01:01 AM (IST)
बेवजह शहर में नहीं घुसेंगे थानेदार

जासं, इलाहाबाद : गंगापार व यमुनापार के थानेदारों की निगरानी शुरू करा दी गई है। अब वह शहर आकर मौज-मस्ती नहीं कर सकेंगे। किसी न किसी बहाने शहर आने वाले इन थानेदारों को सख्त हिदायत दी गई है कि अकारण वह शहर में प्रवेश नहीं करेंगे। चेतावनी दी गई है कि यदि वह बेवजह स्टेशन छोड़कर शहर आए तो उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

गंगापार व यमुनापार में कुल 24 थाने हैं। अधिकांश थानेदारों का परिवार इलाहाबाद में रहता है। शिक्षा व बेहतर माहौल के लिए थानेदारों के परिजनों ने शहर में ठिकाना बनाया है। एसएसपी केएस इमेनुएल को लगातार शिकायत मिल रही थी कि ग्रामीण इलाकों में तैनात थानाध्यक्ष बहाना बनाकर रात में शहर आ जाते हैं और भोर होते ही थाने पहुंच जाते हैं। सबसे ज्यादा शिकायत शहर से सटे थानों की है। जानकारी होने पर एसएसपी ने समीक्षा करने के बाद बुधवार को फरमान जारी किया कि गंगापार व यमुनापार में तैनात थाना प्रभारी अकारण शहर में प्रवेश नहीं करेंगे। छोटे-मोटे मामले निपटाने के लिए भी वह शहर नहीं आएंगे। ऐसे कामों के लिए वह एसएसआई को भेजेंगे। थानों में वह पूरी जिम्मेदारी से अपना काम निपटाएं। यदि इसके बाद भी लापरवाही होती है तो उनके खिलाफ कार्रवाई होगी।

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रात 11 बजे के बाद आ जाते थे शहर

इलाहाबाद शहर से सटे गंगापार व यमुनापार थानों के थानाध्यक्ष थानों में रात यदा-कदा ही बिताते थे। वह रात 11 बजे के बाद थानेदार इलाका घूमने के बाद अपने निजी वाहन अथवा कभी कभार सरकारी वाहन से ही शहर आ जाते थे और भोर होते ही थाने पहुंच जाते। इसकी जानकारी सर्किल के अधिकारियों को रहती थी, लेकिन वह खामोश थे। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक को पता चला तो उन्होंने इस पर सख्ती से पाबंदी लगाई है।

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