उपकरण की है चाहत लेकिन उसके उपयोग से छिन जाएगी राहत, जानिए मामला Aligarh news

बेसिक शिक्षा परिषद के स्कूलों में पढ़ाने वाले शिक्षकों को शासन से उपकरण मिलने की चाहत तो है लेकिन इस उपकरण के उपयोग के बारे में जब ध्यान आता है तो उनकी राहत छिन जाती है। उपकरण के उपयोग को लेकर पहले भी शिक्षको ने अपना विरोध दर्ज कराया था।

By Anil KushwahaEdited By: Publish:Sat, 09 Oct 2021 04:18 PM (IST) Updated:Sat, 09 Oct 2021 04:19 PM (IST)
उपकरण की है चाहत लेकिन उसके उपयोग से छिन जाएगी राहत, जानिए मामला Aligarh news
केंद्र सरकार ने नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति को लागू किया है।

अलीगढ़, जागरण संवाददाता । बेसिक शिक्षा परिषद के स्कूलों में पढ़ाने वाले शिक्षकों को शासन से उपकरण मिलने की चाहत तो है लेकिन इस उपकरण के उपयोग के बारे में जब ध्यान आता है तो उनकी राहत छिन जाती है। उपकरण के उपयोग को लेकर पहले भी शिक्षको ने अपना विरोध दर्ज कराया था। मगर अब तमाम सारे काम आनलाइन माध्यम से करने शुरू हो गए हैं तो शिक्षकों ने भी एलान कर दिया है कि जब तक उपकरण नहीं मिलेगा तब तक अपने निजी मोबाइल में सरकारी एप को डाउनलोड नहीं करेंगे। मगर खुद के ऊपर जब इसका उपयोग होगा तो शिक्षकों की टेंशन बढ़ा देगा।

शिक्षकों की मनमानी पर लगेगी रोक

केंद्र सरकार ने नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति को लागू किया है। इसके तहत ही विद्यार्थियों व शिक्षकों को अब शिक्षण कार्य के लिए तैयार होना है। शिक्षा नीति का सही से क्रियान्वयन हो इसके लिए सबसे जरूरी है शिक्षकों का पूरे मनोवेग से उसमें सहयोग होना। ये तभी होगा जब शिक्षक गंभीरता के साथ विद्यालयों में नियमित होंगे और अपनी जिम्मेदारियों को निभाएंगे। इसके लिए शासनस्तर से भी मनमर्जी करने वाले शिक्षकों पर कड़ाई करने की व्यवस्था की जा रही है। गुरुजनों को जल्द ही टैबलेट वितरित करने की योजना शासन की है। बेसिक शिक्षा परिषद के स्कूलों में पढ़ाने वाले शिक्षक-शिक्षिकाओं को अब अपनी हाजिरी समय से लगाने के लिए स्कूल में उपस्थित भी होना पड़ेगा। शिक्षकों की उपस्थिति प्रेरणा पोर्टल पर आनलाइन माध्यम से लगाने की व्यवस्था शुरू की गई है। स्कूल समय पर समय से उपस्थित न रहने वाले शिक्षकों को अब स्कूल से दूर रहकर उपस्थिति लगाने पर दंड भी मिलेगा। नई व्यवस्था के तहत शिक्षक विद्यालय से दूर रहते हुए आनलाइन उपस्थिति नहीं लगा सकेंगे। मोबाइल के जरिए प्रेरणा एप पर जब शिक्षक हाजिरी लगाएंगे तो उनको लोकेशन आन करनी होगी। तभी हाजिरी का आप्शन खुलेगा। लोकेशन आन होने से शिक्षक की वास्तविक जगह का पता पोर्टल पर चलेगा।

प्रेरणा पोर्टल के जरिए दर्ज होगी उपस्‍थिति

शिक्षकों ने भी मांग की है कि जब तक टैबलेट नहीं मिलता तब तक सरकारी एप अपने निजी मोबाइल में डाउनलोड करके कोई काम नहीं करेंगे। शासन की ओर से टैबलेट वितरण के संकेत मिलने के बाद सभी शिक्षकों के नाम व मोबाइल नंबर पोर्टल पर फीड करने के काम को लगभग पूरा कर लिया गया है। जिले में करीब 5500 नियमित शिक्षक, 2500 शिक्षामित्र व करीब 1500 अनुदेशक सरकारी स्कूलों में पढ़ाते हैं। इनकी हाजिरी प्रेरणा पोर्टल के जरिए ही लगाई जाएगी।

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