विधानसभा चुनावों को पालीटेक्निक मैदान से ठहरेंगे अधिग्रहीत वाहन, हाथरस परिवहन विभाग ने कसी कमर

उत्‍तर प्रदेश विधानसभा चुनाव को लेकर हाथरस प्रशासन अलर्ट मोड पर है। चुनाव के दौरान 15 सौ वाहनों की व्‍यवस्‍था करना उनकी जिम्‍मेदारी है ताकि चुनाव के दौरान किसी भी तरह की परेशानी का सामना न करना पड़े।

By Anil KushwahaEdited By: Publish:Mon, 24 Jan 2022 12:14 PM (IST) Updated:Mon, 24 Jan 2022 12:16 PM (IST)
विधानसभा चुनावों को पालीटेक्निक मैदान से ठहरेंगे अधिग्रहीत वाहन, हाथरस परिवहन विभाग ने कसी कमर
चुनाव के दौरान वाहनों की कमी न हो इसके लिए एआरटीओ हाथरस प्रशासन नीतू सिंह ने तेजी दिखायी है।

हाथरस, जागरण संवाददाता। यूपी विधानसभा चुनाव 2022 को लेकर तैयारियां जोरों पर हैं। परिवहन विभाग द्वारा वाहनों को अधिग्रहीत करने की कार्रवाई तेज कर दी है। करीब 4500 वाहनों को अधिग्रहीत नोटिस भेजे जा रहे हैं। इन वाहनों को पालीटेक्निक मैदान में रखा जाएगा। अधिग्रहण के समय वाहन नहीं भेजने वालों के खिलाफ पंजीकरण निरस्त कर उनके खिलाफ एफआइआर कराई जाएगी।

चुनावी महासमर में सभी विभाग कूदे

विधानसभा चुनाव के महासमर में सभी विभाग कूद गए हैं। परिवहन विभाग ने भी पूरी तरह से कमर कस ली है। अपने योद्धाओं को विभाग ने तैयारियों में लगा दिया है। चुनाव के लिए वाहनों की व्यवस्था इसी विभाग को करनी है। वाहन स्वामियों को वाहन भेजने के लिए नोटिस भिजवाए जा रहे हैं। इसके लिए लिपिकों द्वारा नोटिस तैयार कराने से लेकर उन्हें भिजवाने तक का कार्य किया जा रहा है। पंजीकृत डाक के अलावा कर्मचारियों द्वारा भी सीधे जाकर नोटिस दिए जा रहे हैं।

चुनाव में लगेंगे करीब 1500 वाहन

विधानसभा चुनाव के लिए करीब 1500 वाहनाें की व्यवस्था करनी है। इसमें 500 से अधिक बसें और 1000 छोटे वाहन शामिल होंगे। इन वाहनों में बसों को आगरा रोड स्थित पालीटेक्निक मैदान और छोटे वाहनों सिकंदराराऊ रोड स्थित रिजर्व पुलिस लाइंस में रखा जाएगा। पोलिंग पार्टियों के साथ सभी वाहन पालीटेक्निक मैदान से ही 19 फरवरी को रवाना प्रशासन द्वारा रवाना किए जाएंगे।

वाहन नहीं भेजने पर पंजीकरण निरस्त के साथ होगी एफआइआर

एआरटीओ प्रशासन नीतू सिंह व एआरटीओ प्रवर्तन लालाराम सहित आरआइ संतोष कुमार भी वाहन स्वामियों से स्कूल व बस अड्डों पर जाकर वाहन भेजने के लिए संपर्क कर रहे हैं। एआरटीओ प्रशासन ने बताया कि अधिग्रहण से पूर्व सभी वाहनाें का तकनीकी रूप व प्रपत्रों से दुरस्त होना चाहिए। वाहन नहीं भेजने वालों पर वाहन का पंजीकरण निरस्त करने के साथ एफआइआर कराई जाएगी।

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