गजानन है सबसे प्यारे..पधारे मेरे द्वारे
पूरा शहर गणपति गजानन के जयकारों से गूंज रहा है। घर-घर में पूजा की जा रही है। शाम को मंदिरों में भजन-कीर्तन के साथ भव्य आरती हो रही है।
जासं, अलीगढ़ : पूरा शहर गणपति, गजानन के जयकारों से गूंज रहा है। घर-घर में पूजा की जा रही है। शाम को मंदिरों में भजन-कीर्तन के साथ भव्य आरती हो रही है। शहरभर में धार्मिक माहौल बना हुआ है। धार्मिक कार्यक्रम भी खूब हो रहे हैं।
गणेश चतुर्थी महोत्सव पर इस बार भक्ति का रंग देखते ही बन रहा है। भगवान गणेश के पूजन के लिए भक्तों के अंदर आस्था का सैलाब उमड़ पड़ा है। घर-घर में भगवान गणेश की पूजा हो रही है। मंदिरों में भी पूजन किया जा रहा है।
अचलताल स्थित प्राचीन गणेश मंदिर में गणेश महोत्सव में भक्ति रंग की बारिश हो रही है। शनिवार को भजन-कीर्तन हुआ, जिसमें श्रद्धालु खूब झूमे। गणपति बप्पा मोरया के जयकारे लगे। श्री वाष्र्णेय मंदिर में संस्कार भारती उत्सव की ओर से गणेश महोत्सव आयोजित किया गया। शनिवार को महोत्सव के दूसरे दिन गणेश भगवान की प्रतिमा को राजघाट स्थित गंगाजी में विसर्जित कर दिया गया। ढोल के साथ नृत्य करते हुए सभी समिति के पदाधिकारी गंगाजी पहुंचे और विसर्जन किया। इससे पहले पंडित मनोज मिश्रा ने पूजन कराया। भुवनेश आधुनिक, लक्ष्मी वाष्र्णेय, देवेंद्र वाष्र्णेय भोला, हेमू, अमित शेखर सर्राफ, अन्नू बीड़ी, मनोज कुमार, सुनील आदि पूजन में शामिल हुए।
महावीर गंज में श्री गणेश उत्सव सेवा समिति की ओर से गणेश महोत्सव का आयोजन हो रहा है। भक्तिभाव के साथ तमाम श्रद्धालुओं ने यहां गजानन का पूजन किया और आशीर्वाद लिया। विनोद शर्मा, अशोक शर्मा, सुनील बंसल, गिर्राज ठाकुर, ओम प्रकाश शामिल हुए। अचलताल स्थित श्री गिलहराज मंदिर में राधे-राधे वुमेन क्राफ्ट इंस्टीट्यूट की ओर से धार्मिक आयोजन हुआ। बच्चों ने राधा-कृष्ण, भगवान गणेश का स्वरूप बनाकर मनमोहक नृत्य किया। महंत कौशलनाथ ने कहा कि भगवान गणेश सारे विघ्न हरण करने वाले देवता हैं। इसलिए ही तो कोई भी शुभ काम करने से पहले गजानन का पूजन किया जाता है।