महाकवि गोपाल दास नीरज के शहर में गीतों की बरसात ALIGARH NEWS

महाकवि गोपाल दास नीरज की पुण्य तिथि पर कई स्थानों पर कार्यक्रम हुए। डीएस कॉलेज में कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया।

By Mukesh ChaturvediEdited By: Publish:Sun, 21 Jul 2019 04:43 PM (IST) Updated:Sun, 21 Jul 2019 04:43 PM (IST)
महाकवि गोपाल दास नीरज के शहर में गीतों की बरसात ALIGARH NEWS
महाकवि गोपाल दास नीरज के शहर में गीतों की बरसात ALIGARH NEWS

अलीगढ़ (जेएनएन)। महाकवि डॉ. गोपालदास नीरज के शहर अलीगढ़ में शनिवार को भी गीतों की बरसात हुई। पुण्य तिथि के दूसरे दिन भी उन्हें अनेक स्थानों पर याद किया गया। श्रद्धांजलि दी गई। इस दौरान किसी ने नीरज के गीत गाए तो किसी ने उनसे जुड़े स्मरण सुना आंखों को नम कर दिया। एसडी कॉलेज के सभागार में आयोजित 'एक शाम नीरज के नामÓ यादगार बन गई। गीत, गजल और संगीत की इस संध्या में कवियों व शायरों ने अपनी रचनाएं पढ़ीं तो  बाल कलाकारों ने मनमोहक नृत्य के माध्यम से भावांजलि अर्पित की।

मंडलायुक्त ने किया उद्घाटन

कार्यक्रम का उद्घाटन मंडलायुक्त अजयदीप सिंह ने की। उन्होंने नीरज की तस्वीर के समक्ष दीप प्रज्ज्वलित  किया। साथ ही कहा, अत्यंत लोकप्रिय गीतकारों में शुमार नीरज निहायत फक्कड़ व फकीरी मिजाज के थे। उनकी कविता में सहजता है। विशिष्ठ अतिथि पूर्व विधायक विवेक बंसल ने भी नीरज को याद किया। इसके बाद डॉ. अशोक सक्सेना के संचालन में कवि सम्मेलन शुरू हुई। डॉ. ममता वाष्र्णेय ने सरस्वती वंदना प्रस्तुत की। देश के प्रसिद्ध गीतकार डॉ. विष्णु सक्सेना के माइकसंभालते ही तालियां गूंज उठीं। उन्होंने 'तन तुम्हारा अगर राधिका बन सके, मन मेरा घनश्याम हो जाए, मेरे होठों की बंशी जो बन जाओ तुम, सारा संसार ब्रजधाम हो जाएÓ गीत सुनाते हुए नीरज को श्रद्धांजलि दी। वहीं, कवि सुरेंद्र सुकुमार ने देश के हालात पर तंज कसते हुए 'रोम रोम कर्जे में डूबा भिखमंगे होने वाले हैं, लेकिन अपने आका कहते हम चंगे होने वाले हैंÓ रचना प्रस्तुत की।  गजलकाल जॉनी फास्टर ने 'रंजो गम होंगे बला के देखना,  याद मेरी तुम मिटा देखनाÓ पंक्तियों से वाहवाही लूटी तो शायरा डॉ. रिहाना शाहीन ने 'मेरी गजलें न गुनगुनाना तुम, मेरे गीतों से प्यार मत करना, जाने वाले कभी नहीं आते, तुम मेरा इंतजार मत करनाÓ गीत से अनूठी छाप छोड़ी।

गुनगुनाए नीरज के नगमे

कार्यक्रम के दौरान नीरज के भी गीत गाए गए। पूर्व मेयर ओपी अग्र्रवाल ने 'लिखे जो खत तुम्हेंÓ सुनाया तो  युवा गायक फैज मोहम्मद ने 'ऐ भाई, जरा देखके चलोÓ सहित कई गीतों से  नीरज को श्रद्धांजलि दी। डीएम की पत्नी डॉ. अंजना सेंगर के अस्वस्थ होने के कारण उनके भेजे गए ओडियो में रिकॉर्ड गीत सुनाए गए।

बाल कलाकारों ने नृत्य से बांधा समां

कार्यक्रम के अंत में नीरज को नृत्य के साथ संगीतमयी श्रद्धांजलि दी गई। 'संगीतिकाÓ डांस एकेडमी, दुर्गा सांस्कृतिक कला केंद्र, जीके डांस एकेडमी, सोनू सारिका डांस एकेडमी, गगन डांस एकेडमी, शिव सम्मोहन संस्था के कलाकारों ने नीरज के गीतों पर मनमोहक नृत्य किया। संगीता को 5100, दुर्गा सांस्कृतिक कला को 3100 व गगन डांस एकेडमी को 2100 रुपये के प्रथम, द्वितीय व तृतीय पुरस्कार दिए गए। प्रबंध समिति के सचिव राजीव अग्र्रवाल अनु, कार्यक्रम प्रभारी मधुप लहरी, ट्रस्ट के न्यासी रंजना सक्सेना (नीरज की पुत्रवधू), अशोक सक्सेना, गोपाल कृष्ण जौहरी, डॉ. मधु आंधीवाल, विनोद अस्थाना ने अतिथियों को सम्मानित किया।

नीरज को श्रद्धांजलि

डॉ. आंबेडकर साहित्य कला फाउंडेशन के कार्यालय पर शोकसभा हुई। कवि अमर सिंह राही, गीतकार अवनीश राही, उपाध्यक्ष रोहताश कुमार विक्की, महोदर बहादुर, रामलाल सिंह, भगवान सिंह आजाद, प्रभु सिंह सुमन, राजा राणा, विशाल सिंह, कप्तान सिंह भारती, देवराज सिंह आदि ने नीरज के चित्र पर श्रद्धासुमन अर्पित किए।

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