अलीगढ़ में बारिश से बढ़ी ठंड, लुढ़का तापमान
न्यूनतम तापमान में चार डिग्री की गिरावट दर्ज नुमाइश में भरा पानी बारिश से नम हुई खेतों की मिट्टी गेहूं की फसल के लिए लाभदायक।
जागरण संवाददाता, अलीगढ़ : पहाड़ों पर हो रही बर्फबारी ने मैदानी इलाकों में सर्दी का सितम बढ़ा दिया है। अलीगढ़ में बुधवार को दिनभर बूंदाबांदी और रात में हुई झमाझम बारिश का असर गुरुवार को पूरे दिन रहा है। आसमान तो साफ था, लेकिन धूप में तपिश नहीं थी। शीतलहर ठिठुरन बढ़ा रही थी। न्यूनतम तापमान में चार डिग्री गिरावट दर्ज की गई। न्यूनतम तापमान सात व अधिकतम 11 डिग्री सेल्सियस था। सर्दी से जहां शहर ठिठुर रहा था, वहीं गांवों में फसलें लहलहा रही थीं। नुमाइश में कुछ स्थानों पर पानी भर गया। बारिश से खेतों की मिट्टंी नम हो गई है, जिसका लाभ फसलों को मिलेगा। गेहूं की फसल के लिए यह बारिश सबसे ज्यादा फायदेमंद बताई जा रही है। कृषि विशेषज्ञों का कहना है कि अन्य फसलों में भी बारिश से कोई नुकसान नहीं है। उन्हें भी लाभ ही होगा।
गुरुवार को सुबह के वक्त हल्का कोहरा था। नौ बजे आसमान साफ हो गया। धूप खिलने लगी। शीतलहर चलने से लोग धूप का आनंद नहीं ले पा रहे थे। सड़क की पटरियों पर दिन में ही दुकानदारों ने अलाव जला लिए थे। नगर निगम के अलाव कुछ ही स्थानों पर जलते नजर आए। दिन ढलते ही बाजारों में भीड़ कम होने लगी। हवा सर्द होने से लोग घरों में ही रहे। यातायात पर भी सर्दी का असर रहा। वाहनों की रफ्तार धीमी पड़ गई। दिन में भी वाहनों की लाइट जल रही थीं। बुधवार रात हुई बारिश से निचले इलाकों में जलभराव की समस्या रही।
फसलों को फायदा : उप कृषि निदेशक (शोध) डा. वीके सचान बताते हैं यह मौसम फसलों के लिए फायदेमंद है। बारिश होने से गेहूं का उत्पादन बढ़ने की संभावना है। सिचाई की आवश्यकता कम होगी। मिट्टी में नमी बनी रहेगी। मौसम ऐसा ही बना रहा तो जौ, चना, मटर और सब्जी की फसलें भी अच्छी होंगी।